जयपुर। बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने लोकसभा चुनाव नहीं लडऩे का ऐलान किया है। मायावती ने ट्वीट करते हुए यह ऐलान किया है। ट्वीट में कार्यकर्ताओं को मायूस नहीं होने की अपील की है। ट्वीट में मायावती ने लिखा है कि लोकसभा चुनाव नहीं लडऩे को लेकर लोग मायूस नहीं हो। 1995 में जब मैं पहली बार उत्तरप्रदेश की मुख्यमंत्री बनी थी, तब भी किसी सदन की सदस्य नहीं थी।
केन्द्र में भी पीएम को छह महीने में लोकसभा और राज्यसभा का सदस्य बनना होता है। ऐसे में मेरे चुनाव नहीं लडऩे के फैसले से लोगों को कतई मायूस नहीं होना चाहिए। मायावती के इस ट्वीट से उनके प्रधानमंत्री की दौड़ में शामिल होना माना जा रहा है। चुनाव नहीं लड़कर मायावती पूरी फोकस अपने उम्मीदवारों के प्रचार प्रसार और जिताने में लगाएगी। गौरतलब है कि उत्तरप्रदेश में बसपा, सपा और आरएलडी का गठबंधन है।
कांग्रेस को गठबंधन से दूर रखा गया है, हालांकि अंदरखाने कांग्रेस से गठबंधन की कवायद चल रही है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के चुनावी प्रचार में सक्रिय होते ही सपा और बसपा की नींद उड़ गई है। यूपी के सियासी समीकरण गड़बड़ाने लगे हैं। भाजपा खेमे में भी खलबली मची हुई है। अधिकाधिक सीटें जीते, इसके लिए कांग्रेस को भी गठबंधन में शामिल करने की कवायद हो रही है।