जयपुर। राजस्थान की राजनीति गरमा हुई है। उपचुनाव में तीन सीटों पर हुई हार से पहले ही भाजपा सरकार बैकफुट है। वहीं हाल ही भाजपा में एक दशक बाद लौटे डॉ. किरोडी लाल मीणा के राष्ट्रीय राजनीति में ज्यादा ही एक्टिव होने से प्रदेश की सियासी क्षेत्रों में कई तरह की चर्चा है।
भाजपा में आते ही पार्टी ने इन्हें राज्यसभा सांसद से नवाजा और राजस्थान से सांसद बनाकर उन्हें राज्यसभा में भेजा। दिल्ली में जाते ही वे भी खूब एक्टिव दिख रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ उनकी मुलाकात हो चुकी है। दूसरे बड़े नेताओं से भी वे मिल रहे हैं। यहीं नहीं आज सोमवार को किरोडी लाल मीणा की बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह से लम्बी मुलाकात रही।
दोपहर में भाजपा मुख्यालय में दोनों की मुलाकात हुई। इस मुलाकात के कई मायने निकाले जा रहे हैं। सांसद मीणा ने एसटी-एससी एक्ट के मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले से फैले भ्रम पर भी चर्चा की। अमित शाह ने राजस्थान की राजनीति पर किरोडी लाल से चर्चा की है। इन मुलाकात से प्रदेश भाजपा में खलबली है। वे रोज नेताओं से मिल रहे हैं।
ऐसे संकेत भी है कि अगर राजस्थान प्रदेश इकाई में फेरबदल होता है तो किरोडी लाल मीणा को बड़ा पद मिल सकता है। किरोडी लाल मीणा ने अमित शाह को राज्य की वर्तमान राजनीति स्थिति के बारे में काफी कुछ बताया है और फिर से पार्टी सत्ता में आए, उस बारे में भी कुछ सुझाव दिए है। अमित शाह और किरोडी लाल की इस मुलाकात को सियासी क्षेत्रों में काफी अहम माना जा रहा है।