जयपुर। जयपुर की मेट्रो ट्रेनें अब बिना ड्राइवर के ही चलेंगी। मेट्रो में ड्राइवर तो होगा, लेकिन वह उसे चलाएगा नहीं, बल्कि सिर्फ निगरानी करेगा। मेट्रो अपने आप आॅटोमेटिक मोड पर चलेगी। जयपुर मेट्रो ने अपनी ट्रेनों में इस तरह का नया फंक्शन जोड़ा है। मेट्रो में लगाए गए इस फंक्शन के तहत वह अपने आप रुकेगी, अपने आप दरवाजे खुलेंगे, अपने आप मेट्रो की गति नियंत्रित होगी। नया फीचर लगाए जाने के बाद इसका ट्रायल, टेस्टिंग और सर्टिफिकेशन हो चुका है और अब सिर्फ कमिश्नर रेलवे सेफ्टी की मंजूरी का इंतजार है।
जयपुर मेट्रो के प्रबंधक परिचालन सी.एस. जीनगर ने बताया कि भविष्य में मेट्रो का आॅटोमेटिक ट्रेन आॅपरेशन होगा। इसके लिए ट्रेन में नया फीचर जोड़ा गया है, जिससे ट्रेन अपने निर्धारित निदेर्शों के अनुसार चलेगी। पूरे विश्व में मेट्रो आॅटोमेटिक मोड पर चल रही है। भारत में भी दिल्ली और मुम्बई मेट्रो की ट्रेनें कई सालों से आॅटोमेटिक मोड पर चल रही है।
जयपुर मेट्रो ने इसी महीने कमिश्नर रेलवे सेफ्टी को ट्रेनों को आॅटोमेटिक मोड पर चलाने का प्रस्ताव भेज दिया है। ट्रेनों में कोई भी नया फीचर जोड़ने और उसे लागू करने से पहले कमिश्नर रेलवे सेफ्टी की मंजूरी लेना अनिवार्य होता है। अब कमिश्नर रेलवे सेफ्टी जयपुर आएंगे और आॅटोमेटिक मोड पर ट्रेन आॅपरेशन देखकर उसे मंजूरी देंगे। मंजूरी मिलने के बाद जयपुर मेट्रो का आॅटोमेटिक आॅपरेशन शुरू हो जाएगा। आॅटोमेटिक ट्रेन आॅपरेशन से ट्रेन के रनिंग टाइम में 4 से 5 फीसदी रनिंग टाइम में कमी आएगी। वहीं इससे 8 से 10 फीसदी एनर्जी की बचत होगी। ट्रनों के आॅटोमेटिक मोड पर चलने से चालक एकदम फ्री रहेंगे और अन्य कार्यों के लिए सतर्क रहेंगे। ट्रेन में सिर्फ चालक होता है ऐसे में यात्रियों की किसी भी इमरजेंसी में चालक फ्री होने पर उनकी मदद कर पाएगा।