टोंक। राजस्थान के टोंक जिले एक गांव में अजीबो-गरीब घटना हो रही है। दो परिवारों के घरों में अचानक कहीं भी आग लग जाती है। आग क्यों लग रही है, इसका भी पता नहीं लग पा रहा है। घरों में रखे कपड़े, खाट, और दूसरा सामान आग की भेंट चढ़ चुका है। बाबा-सयानों से भी पूजा करवा ली है, लेकिन ना तो आग लगना थम रहा है और ना ही यह पता लग पा रहा है कि आग कैसे लग रही है। लोगों के सामने भी अचानक कपड़ों में आग लगने की घटना हो चुकी है। इससे लोग परिवार के लोग तो दहशत में है, साथ ही गांववाले भी सहमे हुए हैं। आग से कोई बड़ा हादसा नहीं हो जाए, इसके बचाव के लिए पंचायत प्रशासन ने वहां एक पानी का टैंकर भी खड़ा करवा दिया है। आग लगने की यह घटना टोंक के तालिबपुरा गांव में हो रही है। यहां दो सगे भाईयों जगदीश मीना और बाबूलाल मीना के घर में इस तरह की आग लगने की घटनाएं सामने आ रही है। इन घरों में कभी भी आग की लपटें उठने लगती है। कभी तारों पर सूख रहे कपड़ों में तो कभी खाट में आग लग चुकी है। घर के छप्पर भी आग की भेंट चढ़ चुका है। घरों में बंधे पालतू जानवरों पर भी आग लगने की घटनाएं सामने आ चुकी है। आग लगने का यह सिलसिला तीन दिन से चल रहा है। घर के लोगों के सामने ही नहीं ग्रामीणों और गांव के सरंपच के सामने भी कपड़े में आग लगने की घटना हो चुकी है। दहशत में आए दोनों परिवार के लोग इससे बचने के लिए फ कीर और बाबाओं के चक्कर काट रहे हैं। कुछ बाबा पूजा भी कर चुके हैं, लेकिन कोई फायदा अभी तक नहीं हुआ है। इस रहस्यमयी आग से से हर कोई भयभीत है। अब तो लोग वहां जाने से भी डरने लगे हैं। सरंपच राजेन्द्र सिंह नरूका और पंचायत समिति के सचिव प्रहलाद जाट भी आग की इस घटना को देख चुके हैं। इनके सामने आग बुझाने की कोशिश भी की, लेकिन आग नहीं बुझी और ना ही आग अचानक कैसे लगी, यह समझ में आ रहा है। परिजनों का कहना है कि जहां आग लगती है, वहां पहले हवा में अचानक ही बाजरे और शक्कर के दाने आकर गिरते हैं। उसी स्थान पर अचानक से आग लगने लगती है। लोगों में यह भी चर्चा है कि डराने के हिसाब से यह कोई कर रहा है। शक्कर व बाजरे के दाने संभवतया रसायनयुक्त हो सकते हैं, जिनके हवा या धूप में सम्पर्क में आते ही आग लगने की घटनाएं होने लगती है। खैर कारण कुछ भी हो, लेकिन इस तरह की घटनाओं से दोनों परिवार खासे भयभीत है।

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