35 करोड रूपये का फर्जी स्टॉक की प्रविष्टियां उजागर, 176 करोड का अघोषित स्टॉक पकडा, कार्यवाही जारी
जयपुर। प्रदेश में धनतेरस पर खान विभाग द्वारा ऎतिहासिक कार्यवाही करते हुए 200 खनिज भण्डारण पर एक साथ कार्यवाही करते हुए 201 करोड रुपये की अनियमितताए पकड़ते हुए कार्यवाही की गई।
विभाग राज्य में ऑन लाईन रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया 01 फरवरी से प्रारम्भ की गयी। वक्त रजिस्ट्रेशन भण्डारणकर्ताओ द्वारा स्वप्रमाणित खनिज की जो मात्रा का इन्द्राज किया गया उसे विभाग द्वारा बिना भौतिक सत्यापन के ही सही मान लिया गया। अभिवहन पास के माध्यम से राजस्व अपवंचना होने की प्राप्त शिकायताें को मद्देनजर रखते हुए खान एवं पेट्रोलियम विभाग के सचिव श्री दिनेश कुमार के मार्गदर्शन में निदेशक, खान एवं भूविज्ञान विभाग श्री गौरव गोयल द्वारा अतिरिक्त निदेशक-खान (सतर्कता), उदयपुर श्री दीपक तंवर के साथ व्युरचना कर उनके नेतृत्व में सम्पूर्ण राजस्थान में अप्रधान खनिजाें के प्रथम 200 खनिज भण्डारणाें जिनकी भण्डारण क्षमता सबसे अधिक थी को प्रथम चरण में लिया जाकर भण्डारणकर्ता द्वारा ऑनलाईन पर दर्शाये गये स्वप्रमाणित आंकडो का सत्यापन मौके पर एक साथ सम्पूर्ण राज्य में आकस्मिक कार्यवाही के तौर पर बेहद सुनियोजित एवं गोपनीय तरीके से कार्यवाही को अंजाम दिया गया।
-56 दलों का गठन, 25 जिलों में कार्यवाही
खान एवं भूविज्ञान निदेशक गौरव गोयल ने बताया कि इस कार्यवाही में 56 दलों का रातों रात गठन किया गया जिनके द्वारा 25 जिलो के 34 कार्यालयाें में स्थित 200 भण्डारणों में उपलब्ध खनिज की मात्रा का भौतिक सत्यापन करवाये जाने पर चौकाने वाले तथ्य प्राप्त हुए। अब तक प्राप्त 106 भण्डारणों की जांच रिपोर्ट के विश्लेषण में 10 भण्डारण स्थल जाली पाये गये, इन स्थलाें पर ऑन लाईन आंकडों के अनुसार 9.80 लाख टन खनिज का भण्डारण किया जाना दर्शाया गया जबकि मौके पर किसी भी प्रकार का खनिज का भण्डारण नहीं मिला। ऑन लाईन आंकडो के अनुसार गणना करने पर 34.67 करोड रूपये की राजस्व की अपवंचना को चिन्हित कर लिया गया जिसकी विस्तृत जांच के निर्देश दे दिये गये है एवं इन सभी के ऑन लाईन अभिवहन पास जारी करने पर पूर्णतया पाबंदी लगा दी गयी है।
शेष खनिज भण्डारणों में ऑन लाईन पर दर्शाये गये स्टॉक से मौके पर 57.27 लाख टन खनिज की मात्रा अधिक पाई गई है जिसकी कीमत लगभग 176 करोड रूपये बनती है। इस प्रकार मात्र 106 भण्डारणाें के विश्लेषण से ही विभाग द्वारा लगभग 201 करोड रूपये की राजस्व अपवंचना को उजागर किया है जिनके विरूद्ध कठोर कार्यवाही करने का निर्णय लिया गया एवं इन सभी के अभिवहन पास जारी करने की प्रक्रिया को ऑनलाईन पर ब्लॉक कर दिया गया है। कार्यवाही में बीकानेर जिले में खनिज बजरी के चार स्टॉक धारकाें द्वारा 6.56 लाख टन खनिज बजरी का भण्डारण दर्शाया गया जबकि मौके पर एक टन बजरी भी नहीं पाई गयी है, यहां तक की इनमे से एक स्टॉक की लोकेशन बीकानेर शहर के मध्य, दूसरे की बूंदी जिले में एवं तीसरे की गुजरात राज्य में पाई गई, ये अभिवहन पास किस प्रकार जारी हो गये जिसकी विस्तृत जांच करायी जायेगी तथा इस प्रकार की भविष्य में पुनरावृति न हो इस हेतु साफ्टवेयर में भी पर्याप्त सुधार करने का निर्णय लिया गया है। भविष्य में भी समय-समय पर इस प्रकार की कार्यवाहीं की जायेगी।