नयी दिल्ली : बिहार के गया जिले में उम्र में दस साल बड़ी विधवा भाभी से जबरन शादी कराने के कुछ ही घंटे के बाद एक नाबालिग लड़के ने अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। गया जिले के परैया थाना अंतर्गत रमना विनोबानगर गांव में उक्त घटना गत सोमवार को घटी। थानाध्यक्ष अखिलेश कुमार ने आज बताया कि इस मामले में लड़के के पिता चंद्रेश्वर दास और लडके मृतक बडे भाई की पत्नी रुबी देवी जिनके साथ उसकी शादी करायी गयी थी और रूबी के माता-पिता राम प्रवेश दास और मुतूर देवी को गिरफ्तार किया गया है।
उन्होंने बताया कि रूबी की शादी वर्ष 2009 में सतीश दास से हुई थी और उनके एक पुत्र और एक पुत्री हैं। सतीश एक निजी कंपनी में इलेक्ट्रीशियन था, जिसकी बिजली का झटका लगने से 2013 में मौत हो गयी थी। अखिलेश ने कहा कि सतीश के नियोक्ता ने मुआवजे के तौर पर चंद्रेश्वर को 80,000 रुपये दिए थे। रूबी और उनके माता-पिता के चंद्रेश्वर पर राशि उन्हें देने के लिए दबाव डालने पर उन्होंने 27,000 रुपये रूबी के खाते में डाल दिया था।
उन्होंने कहा कि रूबी के माता-पिता ने शेष राशि भी दिए जाने के लिए दबाव बनाने के साथ चंद्रेश्वर के समक्ष यह शर्त रखी कि अगर वे उसे दे पाने में सक्षम नहीं है तो अपने छोटे पुत्र की शादी रूबी के साथ कर दें। अखिलेश ने कहा कि कक्षा नौवीं कक्षा में अध्ययन करने वाले 15 वर्षीय चंद्रेश्वर के छोटे पुत्र की शादी दो बच्चों की मां रूबी देवी के साथ शादी एक मन्दिर में गत सोमवार को करा दी गयी जिससे उक्त लड़के को मानसिक आघात पहुंचा और उसने आत्महत्या करने का कदम उठाया। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गत दो अक्टूबर को बाल विवाह और दहेज प्रथा के विरूद्ध राज्यव्यापी अभियान छेड़ा है।