एजल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कहा कि उनकी सरकार की ‘ऐक्ट ईस्ट’ नीति जल्द ही मिजोरम को दक्षिण एशियाई देशों का प्रवेश द्वारा बना देगी।उन्होंने एजल को म्यामां के सित्वे बंदरगाह को जोड़ने वाली कालदान मल्टी-मॉडल ट्रांजिट ट्रांसपोर्ट परियोजना का उद्घाटन किया और कहा कि इससे राज्य को व्यापक स्तर पर फायदा होगा। मोदी ने तुरिअल पन-बिजली परियोजना भी राष्ट्र को समर्पित की। उन्होने कहा, ‘‘पूर्वोत्तर राज्यों में विकास को लेकर अटल जी के कार्यकाल में बहुत गंभीर प्रयास हुए थे। अटल जी कहते थे आर्थिक सुधार का एक बड़ा मकसद है क्षेत्रीय भेदभाव को पूरी तरह खत्म करना। इस दिशा में उन्होंने काफी कदम भी उठाए थे।
2014 में हमारी सरकार बनी तो एक बार फिर इस क्षेत्र को, हम सरकार की नीतियों और फैसलों में आगे लेकर आए हैं।’’ मोदी ने कहा, ‘‘ मैंने तो एक नियम बनाया है कि हर 15 दिन में कैबिनेट का कोई ना कोई मंत्री उत्तर पूर्व के राज्यों का दौरा जरूर करेगा। ये भी नहीं होगा कि सुबह आए, दिन में किसी कार्यक्रम में हिस्सा लिया और शाम को वापस चला जाए। मेरी इच्छा थी कि मंत्रिमंडल के मेरे साथी यहां रुककर, आपके बीच रहकर आपकी आवश्यकताओं को समझें, उनके मुताबिक अपने मंत्रालयों में नीतियां बनाएं।’’ मोदी ने कहा कि केंद्र सरकार ने बुनियादी सुविधाओं के अंतर को पाटने के लिए ‘पूर्वोत्तर विशेष बुनियादी ढांचा योजना’ की शुरुआत की है। उन्होंने कहा कि योजना के तहत अगले तीन वर्षों में केंद्र 5,300 करोड़ रुपये प्रदान करेगा।