हैदराबाद। देश में राजनीति की बदलती प्रकृति का श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देते हुए भाजपा के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने आज दावा किया कि अपने पहले के रवैये के उलट अब विपक्षी पार्टियों के नेता मंदिरों में जा रहे हैं।उन्होंने पत्रकारों को बताया, ‘‘देश की राजनीति बदल गई है । आप विपक्षी पार्टियों के नेताओं का इतिहास देखिए । पहले वे एक खास समुदाय के मदरसे में जाते थे, गोल वाली टोपी लगाते थे और इसे धर्मनिरपेक्षता बताते थे । मंदिरों में जाना सांप्रदायिक होता था । अब वे सारे नेता मंदिरों में जा रहे हैं ।’’ गुजरात चुनाव में प्रचार अभियान के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के मंदिरों में जाने की तरफ इशारा करते हुए विजयवर्गीय ने कहा, ‘‘वे एक-दो नहीं, 20 मंदिरों में जा रहे हैं । वे खुद को जनेऊ-धारी कह रहे हैं । गुजरात चुनाव से पहले किसी ने राहुल जी को मंदिरों में जाते नहीं देखा था ।’’ उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी दुर्गा विसर्जन रुकवाने का काम करती थीं, लेकिन अब मंदिरों में जा रही हैं।
विजयवर्गीय ने कहा, ‘‘वह गंगासागर में जा रही हैं । संस्कृत श्लोक पढ़ रही हैं ।’’ भाजपा ने कहा, ‘‘मोदीजी ने देश की राजनीति और नेताओं की सोच बदल दी है ।’’ विजयवर्गीय ने आरोप लगाया कि एक कार्यक्रम में ‘‘कुछ बाहरी लोगों’’ ने भड़काऊ भाषण दिए, जिससे पिछले दो दिन से महाराष्ट्र में हिंसा हुई है । उन्होंने कहा, ‘‘महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने कल एक न्यायिक जांच की घोषणा की है…..कुछ बाहरी आए और भड़काऊ भाषण दिए जिससे हिंसा भड़क उठी ।’’ भाजपा महासचिव ने कहा, ‘‘हमें लगता है कि समाज जब भी एकजुट होने की कोशिश करता है, कुछ ताकतें समाज में दरार डालने की कोशिश करती हैं । मुख्यमंत्री ने एक न्यायिक जांच की घोषणा की है, जो भी नतीजा होगा, हमारे सामने आएगा ।’’ यह पूछे जाने पर कि वे ‘‘बाहरी’’ कौन थे, उन्होंने कहा कि न्यायिक जांच की घोषणा की गई है और वह मीडिया रिपोर्टों के आधार पर बोल रहे हैं ।