धरमपुर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राहुल गांधी की आसन्न पदोन्नति को मुगल शासकों का वंशवादी
उत्तराधिकार की तरह बताया और भ्रष्टाचार के एक मामले में जमानत पर रिहा पार्टी उपाध्यक्ष को इसका अध्यक्ष बनानेका फैसला करसार्वजनिक शुचिता त्यागने का कांग्रेस पर आरोप लगाया।कांग्रेस के शासनकाल के दौरान भ्रष्टाचार को लेकर भी प्रधानमंत्री ने विपक्षी पार्टी को निशाना बनाया। उन्होंने गुजरातऔर केंद्र में अपनेतहत साफ सुथरी सरकार के बारे में बताया।गुजरात के वलसाड में एक चुनाव रैली को सम्बोधित करते हुए मोदी ने नेशनल हेराल्ड मामले की ओर संभवत: इशारा करते हुए कहा,‘‘कांग्रेस ने सभी सार्वजनिक शुचिता त्याग दी है। कांग्रेस दिवालिया हो गयी है क्योंकि वह एक ऐसे व्यक्ति को अपना अध्यक्ष बनाने जा रहीहै जो जमानत पर बाहर है।’’ गौरतलब है कि नेशनल हेराल्ड वाले मामले में राहुल जमानत पर हैं।उन्होंने कहा कि राजनीतिक पार्टियां जमानत पर रिहा किसी व्यक्ति को जिला प्रमुख बनाने से पहले भी 17 बार सोचेंगी।मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने एक ऐसे नेता को अपना अध्यक्ष बनाने का फैसला कर यह झलक पेश की है कि पार्टी किस संस्कृति का पालनकरेगी और भविष्य में किस तरह का नेतृत्व उभरेगा। विपक्षी दल पर चुटकी लेते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘कांग्रेस सरकार में मंत्री रहेमणिशंकर अय्यर का कहना है ‘क्या मुगल काल में चुनाव होते थे ? जहांगीर के बाद शाहजहां आये, क्या कोई चुनाव हुआ था? समझा जाताथा कि शाहजहां के बाद औरंगजेब शासन करेगा।’’ मोदी ने कहा, ‘‘क्या कांग्रेस यह स्वीकार करती है कि वह एक परिवार की पार्टी है? हम यहऔरंगजेब शासन नहीं चाहते। हमारे लिए देश पहले आता है, देश के 125 करोड़ लोग हमारे आलाकमान हैं। ’’ उन्होंने उत्तर प्रदेश स्थानीयनिकाय चुनाव में भाजपा की शानदार जीत का जिक्र करते हुए कहा कि कांग्रेस में मौजूद लोगों को भी लगता है कि वे 2019 के लोकसभाचुनाव में भाजपा की संभावनाओं को नुकसान पहुंचाने में सक्षम नहीं होंगे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि इसलिए कांग्रेस की यह सोच है कि यदि वे गुजरात में भाजपा को हरा पाएंगे तो अन्य राज्यों के लोग उनकी सुनेंगेउन्होंने लोगों से पूछा, ‘‘क्या आप यह होने देंगे ? क्या आप गुजरात में विकास की यात्रा रोक देंगे?’’ इसका जवाब ‘नहीं’ के रूप में मिला। मोदी ने चुनाव प्रचार के दौरान राहुल की मंदिर यात्राओं को लेकर भी उन्हें आड़े हाथ लिया। उन्होंने कहा, ‘‘शुरूआत के दिनों में यह दिखानेकी प्रतियोगिता हुआ करती थी कि वे कितने धर्मनिरपेक्ष हैं। यदि कोई कहता कि मैं धर्म निरपेक्ष हूं तो दूसरे लोग कहते कि वह चार किग्राज्यादा धर्म निरपेक्ष है, तीसरा खुद को छह किग्रा ज्यादा धर्म निरपेक्ष बताता और चौथा 10 किग्रा अधिक धर्म निरपेक्ष होने की बात कहता।’’मोदी ने कहा कि गुजरात के लोग मूर्ख नहीं हैं और हिंदू वोटो के लिए मंदिरों में जाने की बात समझते हैं।उन्होंने कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री के तौर पर अपने लंबे सार्वजनिक जीवन और प्रधानमंत्री रहते हुए कभी भी भ्रष्टाचार के आरोपों कासामना नहीं किया। उन्होंने लोगों से पूछा, ‘‘क्या आपने कभी किसी अखबार में पढ़ा कि मैंने कोई चीज ली है? क्या आपने किसी अखबार मेंकभी पढ़ा कि मोदी के भाई या किसी रिश्तेदार ने धन लिया है? क्या आपने पढ़ा कि हमारे परिवार के दामाद ने धन लिया है?’’ इसका लोगोंने नकारात्मक जवाब दिया।वहीं, दूसरी ओर उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकारें घोटालों में शामिल रही है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि कंग्रेस ने स्वीकार किया था कि भाजपा एक गैर मुस्लिम पार्टी है लेकिन इस बार यह भाजपा नेताओं को साम्प्रदायिकनहीं बता रही। यदि आपको याद है तो 2002, 2007,2012 चुनावों में कांग्रेस के सभी नेताओं ने साम्प्रदायिक और मुस्लिम विरोधी बतायाहोगा। लेकिन 2017 के चुनाव से पहले कोई नेता नहीं कह रहा कि भाजपा साम्प्रदायिक है। गौरतलब है कि राहुल गांधी ने पार्टी प्रमुख के पद के लिए आज नामांकन पत्र दाखिल किया है।