जयपुर। जयपुर के सांगानेर क्षेत्र में दो दिन पहले सरेराह प्रॉपर्टी डीलर और कांग्रेस कार्यकर्ता मदन गोपाल मोगरा की हत्या के पीछे गांव का ही एक मामूली झगड़े की वजह सामने आई है। हत्यारा भी गांव का ही बताया जा रहा है। पुलिस के मुताबिक करीब एक महीने पहले गांव के कुछ लड़कों की गलत हरकत पर मदन मोगरा ने उन्हें डांट पिला दी थी। लड़कों ने इसकी शिकायत बक्सावाला गांव ही रामबाबू मेहता (बागड़ा) को की। पुलिस के अनुसार रामबाबू मेहता की बदमाश प्रवृत्ति के लोगों के बीच बैठक थी। शिकायत करने वाले लड़के भी उन्हीं गु्रप के थे। यह भी सामने आया है कि रामबाबू व उनके साथी विवादित जमीनों व मामलों में लिप्त बताए जाते हैं। रामबाबू मेहता की लड़कों को डांटने की बात को लेकर मदन मोगरा से तीखी नोंक-झोंक हुई थी। तब उसने मदन मोगरा को देख लेने की धमकी दी। छोटे से झगड़े में हुई बहस को लेकर रामबाबू ने गहरी गांठ बांध ली। यह गांठ उसे गांव के ही मदन मोगरा की हत्या तक ले गई। जिस दिन वारदात हुई है, तभी से वह घर से फरार है। वारदात से पहले कुछ लोगों के साथ वह एक कार में देखा गया है। पुलिस जांच में यह भी सामने आया है कि कार से मदन मोगरा की मोटर साइकिल को टक्कर मारी गई। फिर उसके सिर पर गोली मारी। यह भी तथ्य सामने आ रहा है कि उनके सिर पर कार का पहिया भी चढ़ा गया है। पुलिस को वारदात में शामिल कार को रामबाबू के बगरु स्थित घर से बरामद कर ली है। रिश्तेदारों ने बताया कि यह कार रामबाबू ही छोड़कर गया है। अंदेशा है कि कार छोड़कर वह या तो दूसरे वाहन से या जयपुर में ही कहीं छिपा हुआ है। पुलिस ने रामबाबू के साथ संबंध रखने वाले एक दर्जन संदिग्धों से भी पूछताछ कर रही है। कुछ पुलिस टीमें आरोपियों की धरपकड़ के लिए भेजी गई है।
– पुलिस कमिश्नर से मिले कांग्रेसी
कांग्रेस कार्यकर्ता मदन मोगरा के हत्यारों की गिरफ्तारी को लेकर जयपुर शहर कांग्रेस के कार्यकर्ता पुलिस आयुक्त संजय अग्रवाल से मिले। प्रताप सिंह खाचरियावास के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने पुलिस आयुक्त से हत्यारों को शीघ्र गिरफ्तारी की मांग की है, साथ ही गिरफ्तारी नहीं होने पर आंदोलन के लिए भी चेताया है। इस मौके पर बड़ी संख्या में कार्यकर्ता साथ थे।