बांसवाड़ा। नौकरी की आस में कई सालों से संघर्ष कर रहे विद्यार्थी मित्रों का सब्र अब जवाब देने लगा है। प्रदेश में धरने-प्रदर्शन के अलावा मुख्यमंत्री व मंत्रियों की सभाओं में भी विद्यार्थी मित्र हंगामा करने लगे हैं। हाल ही मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की सीकर में हुई सभा में विद्यार्थी मित्रों व अन्य बेरोजगार युवकों ने हंगामा खड़ा कर दिया था। आज शनिवार को वे फिर वीरुगिरी पर आ गए हैं। बांसवाड़ा जिले के घाटोल कस्बे में चार विद्यार्थी मित्र एक पेयजल टंकी पर चढ़ गए। वहां बड़ी संख्या में उनके साथी भी जमा हैं। सूचना पर पुलिस पहुंच चुकी है। समझाइश करके उन्हें उतारने की कोशिश की जा रही है। हालांकि वे मांगों पर अड़े हुए हैं। इससे पहले भी जयपुर, भीलवाड़ा, बूंदी, उदयपुर आदि स्थानों पर भी ऐसी घटनाएं हो चुकी है। राजस्थान विद्यार्थी मित्र एसोसिएशन के संयोजक अशोक सियाग के मुताबिक, अपनी नियुक्ति को लेकर दस साल से सरकारों से लड़ रहे हैं, लेकिन कोई भी सरकार हमारी सुनवाई नहीं कर रही है। भाजपा सरकार ने विधानसभा चुनाव से पहले नौकरी का वादा किया था। तीन साल में यह सरकार भी कुछ नहीं कर पाई। नौकरी देने के बजाय इस सरकार ने संविदा से भी हटा दिया। भाजपा सरकार के राज में ढाई दर्जन विद्यार्थी मित्रों की जान जा चुकी है। खाने के लाले पड़ रहे हैं विद्यार्थी मित्रों को। सरकार ने जल्द फैसला नहीं लिया तो आंदोलन पर उतारु होंगे विद्यार्थी मित्र।

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