मुंबई। लालच और नशाखोरी में अपराध इस कदर बढ़ गया है कि रिश्तों के कोई मायने ही नहीं रह गए हैं। आए दिन मां- बेटे, बेटे- मां, पति-पत्नी, पत्नी – पति और भाई -भाई द्वारा एक दूसरे को मारने और मरवाने की घटनाएं सामने आ रही हैं। ऐसी ही एक घटना में कुकर्म से तंग आकर एक मां ने अपने ही सगे बेटे की सुपारी देकर हत्या करा दी। युवक का वालीव पुलिस ने 21 अगस्त को क्षेत्र के जानकीपाडा स्थित खदान से शव बरामद किया था। घटना के 25 दिन बाद वालीव पुलिस ने हत्या की गुत्थी सुलझाते हुए शुक्रवार को आरोपी मां-भाई सहित चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। गौरतलब है कि 2 दिन पूर्व विरार पुलिस स्टेशन क्षेत्र में एक शख्स ने ढाई लाख रुपये की सुपारी देकर अपनी ही पत्नी की हत्या करा दी थी। जिसमे विरार पुलिस ने मृतका के पति सहित 7 लोगों को गिरफ्तार किया था।
जानकारी के अनुसार 21 अगस्त दोपहर वालीव पुलिस ने जानकीपाडा स्थित खदान से एक अज्ञात युवक का शव बरामद किया था। मृतक का गला रेतकर हत्या की गई थी। पुलिस धारा 302,201 के तहत मामला दर्ज कर जांच कर रही थी। पुलिस ने मृतक युवक की पहचान करने के लिए पालघर जिला सहित ठाणे ग्रामीण व मीरा भाईन्दर क्षेत्र में पोस्टर लगाए थे। 25 दिन बीत जाने के बाद पुलिस को पता चला कि मृतक युवक भाईन्दर पश्चिम के गणेश देवलनगर का रहने वाला रामचरण रामदास द्विवेदी (21) है। वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक संजय हजारे के मार्ग दर्शन में पुलिस निरीक्षक डी व्ही बांदेकर, पुलिस उप निरीक्षक विनायक माने, सचिन चव्हाण की टीम ने मृतक की मां से पूछताछ की तो घटना सामने आई। पुलिस की माने तो मृतक रामचरण रामदास द्विवेदी नशेड़ी था और उसने कई महिलाओं के साथ दुष्कर्म किए। उसकी इन्ही हरकतों से तंग आकर उसकी मां रजनी द्विवेदी व भाई सीताराम द्विवेदी ने उसकी हत्या करने की साजिश रची और वसई पूर्व के जानकीपाडा में रहने वाले अपने परिचित केशव मिस्त्री व राकेश यादव को 50 हजार रुपये की सुपारी दी। घटना के दिन यानी 21 अगस्त को मां- भाई, केशव मिस्त्री व राकेश यादव उसे बहला फुसलाकर भाईन्दर से टेंपो में बैठाया और वसई लाए रात 2 बजे के करीब केशव व यादव ने उसे टेंपो से नीचे उतारा और कोयता से उसकी हत्या कर दी। पुलिस से बचने के लिए हत्यारों ने उसके शव को पास की खदान में फेंक दिया और फरार हो गये। पुलिस ने मामले में चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।