जयपुर। राजस्थान के ब्यावर कस्बे में शुक्रवार देर रात सिलेण्डर फटने से हुए दर्दनाक हादसे में अब तक नौ जनों की लाशें निकाली जा चुकी है। करीब आधा दर्जन शव अभी भी मलबे में दबे हुए हैं। हेमंत पाटलेचा के विवाह समारोह के दौरान शुक्रवार शाम को कुमावत पंचायत भवन में मायरे की रस्म चल रही थी।
इस दौरान खाने का प्रोगाम भी था। तिमंजिला कुमावत भवन में रात को कार्यक्रम के दौरान एक सिलेण्डर से दूसरे सिलेण्डर में गैस निकाली जा रही थी। तभी गैस लीक होने लगी और देखते ही देखते दोनों सिलेण्डर में आग पकड़ ली। फिर धमाके के साथ दोनों सिलेण्डर फट गए। धमाके के कारण तिमंजिला इमारत भी भरभराकर नीचे आ गिरी। भूतल व प्रथम तल में मौजूद लोग मलबे में दब गए। धमाके के दौरान पचास लोग मौजूद थे। काफी लोग बाहर आ गए, लेकिन डेढ़ दर्जन लोग मलबे में दब गए। दो जनों हितेश भाटी और बंसत के शव तो शुक्रवार रात को निकाल लिए गए थे, लेकिन मलबा अधिक होने के कारण रात को बचाव कार्य नहीं हो पाया। शनिवार सुबह तेजी से बचाव कार्य चला। दोपहर तीन बजे तक सात शव ओर निकाले जा चुके थे।
अभी भी सात-आठ शव बताए जाते हैं। दूल्हे की मां भी मलबे में दब गई थी। उसका शव आज दोपहर में निकाला गया। दूल्हे की मां की अपने बहू और पोते-पोतियों से खेलने की बहुत इच्छा थी, लेकिन विवाह से पहले इस हादसे ने मां की सारी इच्छाएं खत्म कर दी गई। वहीं शादी की तैयारियां मातम में बदल गई। जैसे-जैसे शव निकल रहे हैं, उनके घरों में कोहराम और मातम मच रहा है। इस ह्रदय विदारक घटना ने सभी सन्न है।