जयपुर। रंगदारी व दूसरे मामलों में बागपत जेल में बंद उत्तरप्रदेश के माफिया डॉन मुन्ना बजरंगी उर्फ प्रेमप्रकाश सिंह की हत्या कर दी गई है। जेल में ही बंद कुख्यात अपराधी सुनील राठी पर मुन्ना बजरंगी को मौत के घाट उतारने का आरोप है।। इस मर्डर से हडकम्प मच गया। यूपी सीएम ने मामले में जांच के आदेश दिए हैं। जेल अधीक्षक व दूसरे स्टाफ को निलंबित कर दिया गया है।
मुन्ना बजरंगी की पत्नी ने आरोप लगाया है कि उसे शक था जेल में उनके पति की हत्या हो सकती है। उसने पहले ही फर्जी एनकाउंटर और मर्डर का अंदेशा जताते हुए यूपी सीएम और यूपी पुलिस को लिखित शिकायत दी थी और पति की सुरक्षा कड़ी करने की मांग की थी। सुरक्षा में लापरवाही के चलते ही उसके पति की हत्या हुई। इसमें यूपी पुलिस के अफसर की भी मिलीभगत रही है। उसने यूपी सरकार से मामले की जांच की मांग की है। बजरंगी पर चार दर्जन से अधिक आपराधिक मामले दर्ज है।
हत्या, डकैती, रंगदारी के मामले है। वे बसपा व भाजपा विधायकों से भी रंगदारी वसूल चुका है। वह कुख्यात अपराधी मुख्तार अंसारी का खास रहा है। पूर्व बीएसपी विधायक लोकेश दीक्षित से रंगदारी मांगने के आरोप में बागपत कोर्ट में सोमवार को मुन्ना बजरंगी की पेशी थी। एक दिन पहले ही रविवार को उसे झांसी जेल से बागपत लाया गया था। उसकी बैरक में गैंगस्टर सुनील राठी भी थे। सुनील राठी पर मुन्ना बजरंगी की हत्या के आरोप लगाए जा रहे हैं। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है।