नई दिल्ली। सीबीआई लगता है नूरा कुश्ती का अखाड़ा बन गई है अभी पिछले दिनों ही सुप्रीम कोर्ट ने वर्मा को सीबीआई डायरेक्टर पद पर बहाल कर दिया था। मगर अब उनकी जगह एम नागेश्वर को सीबीआई का डायरेक्टर नियुक्त कर दिया गया है। पद संभालते ही राव ने जहां वर्मा द्वारा पिछले 2 दिनों में लिए गए ट्रांसफर-पोस्टिंग समेत सभी फैसलों को रद्द कर दिया और 8 जनवरी की स्थिति को बहाल कर दिया। वहीं दूसरी तरफ, सीबीआई चीफ पद से हटाए गए आलोक वर्मा ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। बता दें कि डायरेक्टर पद से वर्मा की छुट्टी के बाद नागेश्वर राव को अंतरिम डायरेक्टर पद की जिम्मेदारी दी गई है। सीबीआई चीफ से हटाने के बाद वर्मा को फायर सर्विसेज के डीजी का चार्ज दिया गया था। हालांकि उन्होंने चार्ज लेने से पहले ही इस्तीफा दे दिया।
इससे पहले, सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर सीबीआई डायरेक्टर के तौर पर बहाल किए जाने के तुरंत बाद वर्मा ने 8 जनवरी को महकमे में ताबड़तोड़ तबादलों के आदेश दिए थे। वर्मा ने अपनी अनुपस्थिति में किए गए तबादलों को भी रद्द कर दिया था। उन्होंने गुरुवार को 2006 बैच के आईपीएस आॅफिसर मोहित गुप्ता को स्पेशल डायरेक्टर राकेश अस्थाना के खिलाफ मामले में इन्वेस्टिगेशन आॅफिसर नियुक्त किया था। इससे पहले, बुधवार सुबह कार्यभार संभालते ही 11 अधिकारियों के तबादले के आदेश दिए थे और गुरुवार को उन्होंने 5 नए बदलाव भी किए थे। अब नागेश्वर राव ने ये सारे फैसले रद्द कर दिए हैं। बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता और लोकसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे व सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस सीकरी की सदस्यता वाली उच्चाधिकार प्राप्त समिति ने गुरुवार को 2-1 के बहुमत के फैसले से वर्मा को सीबीआई डायरेक्टर पद से हटा दिया और उनका सीबीआई से बाहर तबादला कर दिया।