जयपुर। आज छोटी दिवाली है। इस दिन नरक और रुप चतुर्दर्शी भी मनाई जाती है। नरक चतुदर्शी पर राम भक्त हनुमान जी और यमराज की भी पूजा अर्चना होती है। इस दिन हनुमान जी और यमराज जी के साथ मां लक्ष्मी जी की भी पूजा का विशेष महत्व भी है। ऐसी मान्यता है कि छोटी दिवाली के दिन हनुमान जी का जन्म हुआ था। इस दिन मध्यरात्रि को मां अंजनी के गर्भ से हनुमानजी का जन्म हुआ था।
इस दिन भगवान राम और हनुमान जी के भक्त अपने इष्ट देव की विशेष पूजा अर्चना करते हैं और व्रत रखते हैं। सुख-शांति के लिए बजरंग बली की उपासना करते हैं। इस दिन लोगों को शरीर पर तिल के तेल का उबटन लगाकर स्नान करना चाहिए और भगवान हनुमान जी को सिंदूर लगाना चाहिए। इस दिन यमराज जी की भी पूजा का महत्व है।
इस दिन यम राज की पूजा होती है और उनके नाम से एक दीपक दक्षिण दिशा में जलाया जाता है। जयपुर में तो चांदपोल और परकोटे पर एक प्राचीन दरवाजे पर यमराज की मूर्ति विराजित है, जहां आज विशेष पूजा अर्चना जयपुर नगर निगम की तरफ से की जाती है। इस दिन सफाई का विशेष महत्व भी है। बेकार पड़ी सामग्री और सामान को घरों से बाहर कर दिया है। साथ ही विवाहिताएं विशेष श्रृंगार करती है।