jaipur.प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 12 नवम्बर, 2018 को वाराणसी में 425.41 करोड़ रुपये की तीन सीवेज इन्फ्रास्ट्रक्चर परियोजनाएं राष्ट्र को समर्पित करेंगे और एक अन्य परियोजना की आधारशिला भी रखेंगे। राष्ट्र को समर्पित की जाने वाली योजनाओं में पहली योजना दीनापुर में 140 एमएलडी सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) है जिस पर 235.53 करोड़ रुपये की लागत आई है। इस परियोजना में 10 साल तक का संचालन और रखरखाव समझौता शामिल है।
दूसरी परियोजना में चौकाघाट (140 एमएलडी), फुलवरिया (7.6 एमएलडी) और सरइया (3.7 एमएलडी) तीन सीवेज पम्पिंग स्टेशन शामिल हैं। इन पर 34.01 करोड़ रुपये की लागत आई है। तीसरी परियोजना में 155.87 करोड़ रुपये की लागत से वरूणा से अस्सी तक 28 किलोमीटर लंबे ट्रंक सीवर और इन्टरसेप्टर सीवर बने हैं। प्रधानमंत्री रामनगर के लिए 72.91 करोड़ रुपये की लागत वाली सीवरेज प्रबंधन योजना की आधारशिला भी रखेंगे। इन परियोजनाओं के शुरू होने पर वाराणसी की सीवेज ट्रीटमेंट क्षमता मौजूदा 102 एमएलडी से बढ़कर 242 एमएलडी हो जाएगी। इन परियोजनाओं से गंगा में छोड़े जाने से पहले 140 एमएलडी सीवेज का ट्रीटमेंट होगा, जिससे गंगा नदी में प्रदूषण घटाने में मदद मिलेगी।
इन परियोजनाओं के अलावा गोइथा में 120 एमएलडी और रमना में 50 एमएलडी एसटीपी की दो अन्य परियोजनाओं से वाराणसी की ट्रीटमेंट क्षमता 412 एमएलडी तक बढ़ जाएगी, जो वर्ष 2035 तक की सीवेज ट्रीटमेंट जरूरत पूरी करने के लिए पर्याप्त होगा।