अहमदाबाद। वर्ष 2002 के नरोदा गाम नरंसहार कांड की सुनवाई कर रही एक विशेष स्थानीय अदालत उस स्टिंग आॅपरेशन के वीडियो को देखेगी जिसे खोजी पत्रकार आशीष खेतान ने गोधरा कांड के बाद फैले दंगे के संबंध में किया था। न्यायाधीश पी बी देसाई ने कहा कि सोमवार को वह खुली अदालत में ह्यआॅपरेशन कलंक की सीडी को देखेंगे। आॅपरेशन कलंक पर रिपोर्ट सात नवंबर, 2002 को तहलका के अंक में प्रकाशित हुई थी। इस स्टिंग आॅपरेशन के फुटेज को कुछ खबरिया चैनलों पर भी प्रसारित किया गया था। अदालत ने कहा कि वह यह तय करने के लिए वीडियो देखना चाहती है कि उसके किस हिस्से को नरोदा पाटिया दंगा कांड के संदर्भ में सबूत माना जा सकता है। इस वीडियो में नरोदा गाम कांड के आरोपी बजरंग दल के पूर्व कार्यकर्ता बाबू बजरंगी विस्तार से बता रहा है कि उसने और उसके साथियों ने दंगे के दौरान किस तरह मुसलमानों की जान ली। नरोदा गाम नरसंहार में 11 मुसलमानों की जान गयी थी।