नई दिल्ली। अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा ने करीब 8 साल पूर्व अतंरिक्ष में गुम हुए भारत के चंद्रयान-1 को खोज निकाला। हालांकि यह एक चुनौतीभरा काम था, लेकिन नासा की टीम ने मिशन को सफलता पूर्वक पूरा कर लिया। 22 अक्टूबर 2008 को इसरो द्वारा श्री हरिकोटा स्थित धु्रवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान को एक महत्वपूर्ण मिशन के तहत चंद्रयान-1 को लांच किया था। करीब एक वर्ष बाद अगस्त 2009 को इसका संपर्क इसरो से टूट गया था। नासा ने चंद्रयान के साथ ही अपने एक मानवरहित यान को भी खोज निकाला है। नए ग्राउंड रडार की मदद से खोजा गया चंद्रयान चंद्रमा की सतह से 200 किमी. ऊपर उसकी कक्षा में चक्कर काट रहा है। करीब 3.80 लाख किमी. दूर स्थित इस स्पेस क्रॉफ्ट को खोजन निकालने के लिए नासा की जेपीएल टीम ने कैलिफोर्निया स्थित गोल्ड स्टोन डीपी स्पेस कम्युनिकेशंस कॉम्प्लेक्स से एंटीना का प्रयोग किया गया। इसकी मदद से चंद्रमा को टारर्गेट करते हुए शक्तिशाली माक्रोवेव्स भेजी गई। जिसके चलते यह मिशन अपने अंजाम तक पहुंचा और भारतीय व यूएसए के यान को चंद्रमा के ऑर्बिट में ग्राउंड बेस्ड रेडार के जरिए ढूंढ़ ही लिया।
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