नई दिल्ली। राजस्थान के बरौली स्थित शिव मंदिर से चोरी हुई नटराज की मूर्ति लंदन में है। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआइ) की टीम ने लंदन जाकर मूर्ति की जांच की है। मूर्ति जांच में असली पाई गई है। जांच टीम वापस लौट आई है। एएसआइ इस मूर्ति के बारे में रिपोर्ट तैयार कर रही है। जिसे शीघ्र ही विदेश मंत्रालय को सौंपेगी। इसके बाद मूर्ति का लाने की कार्रवाई शुरू हो जाएगी। 10वीं शताब्दी की मूर्ति जानकारी के अनुसार यह मूर्ति 1998 में राजस्थान के बरौली के शिव मंदिर से चोरी हो गई थी। इसे इससे पहले भी एक बार चोरी किए जाने का प्रयास किया गया था। उस समय मूर्ति चोरी होने से बच गई थी।
मगर मूर्ति का एक पैर टूट गया था। यह मूर्ति 10वीं शताब्दी की बताई जा रही है। निजी संग्रहालय में बेच दी गई मूर्ति चोरी कर लंदन के एक निजी संग्रहालय में बेच दी गई थी। उस संग्रहालय ने नटराज की इस मूर्ति को भारतीय हाइकमिशन को वापस कर दिया है। यह मूर्ति असली है या नहीं। इसकी जांच करने के लिए एएसआइ की टीम कुछ दिन पहले लंदन गई थी। एएसआइ के विशेषज्ञ मूर्ति की जांच करने के बाद वापस लौट आए हैं।
बरौली से मूर्ति चोरी हुई थी एएसआइ के अतिरिक्त महानिदेशक राकेश लाल ने बताया कि बरौली से यह मूर्ति चोरी हुई थी। पुलिस ने पकड़े गए मूर्ति चोरों से पूछताछ में इस बारे में जानकारी जुटाई और मूर्ति को लंदन भेजे जाने की बात बताई थी। एएसआइ ने इस संबंध में विदेश मंत्रालय से बात की। जिसके बाद इस बारे में पहल शुरू हुई। मंत्रालय की पहल कर निजी संग्रहालय से संपर्क साधा गया था। अब यह मूर्ति हाइकमिशन के दफ्तर में रखी गई है। यह मूर्ति सैंडस्टोन से बनी है।