-गहलोत मंगलवार को डूंगरपुर जिले के पुनाली में सर्व समाज भागवत कथा समापन समारोह को संबोधित कर रहे थे।
-जनप्रहरी एक्सप्रेस
जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि श्रीमद् भागवत कथा को सुनने से आत्म शांति मिलती है। उन्होंने कहा कि कथा के श्रवण से आमजन में सेवा भाव पैदा होता है। आमजन के बीच प्रेम, भाईचारे, सद्भावना का माहौल बनता है तथा सामाजिक समरसता का संदेश मिलता है। गहलोत मंगलवार को डूंगरपुर जिले के पुनाली में सर्व समाज भागवत कथा समापन समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कथा के आयोजन के लिए आयोजनकर्ताओं को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि आज समाज को सामाजिक समरसता तथा आपसी भाईचारे की बड़ी आवश्यकता है। सभी प्रदेशवासी प्रेम-भाईचारे से रहेंगे तो देश-प्रदेश की उन्नति का मार्ग प्रशस्त होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि भागवत कथा के माध्यम से किसी भी परिस्थिति में अखंड तथा मजबूत रहने का संदेश मिलता है। इन संदेशों को सुनकर आमजन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आमजन की भावनाओं का सम्मान करते हुए हमारी सरकार द्वारा वर्ष 2023-24 का बजट पेश किया गया है। बजट में मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा की राशि 10 लाख से बढ़ाकर 25 लाख रुपए तथा दुर्घटना बीमा की राशि 5 लाख से बढ़ाकर 10 लाख रुपए की गई है। आमजन को महंगाई से राहत देने के लिए अब 1 करोड़ एनएफएसए उपभोक्ताओं को निःशुल्क राशन के साथ प्रतिमाह मुख्यमंत्री निःशुल्क अन्नपूर्णा फूड पैकेट दिए जाएंगे। इनमें प्रति परिवार एक-एक किलो दाल, चीनी, मसाले तथा खाद्य तेल दिया जाएगा। घरेलू उपभोक्ताओं के लिए 100 यूनिट तथा किसानों के लिए 2000 यूनिट बिजली प्रतिमाह निःशुल्क उपलब्ध करवाई जाएगी। गहलोत ने कहा कि वित्तीय वर्ष 2023-24 के बजट में गौवंश संवर्धन एवं संरक्षण के लिए भी कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं। उन्होंने कहा कि लम्पी रोग से दुधारू गौवंश की मृत्यु पर प्रति गाय 40 हजार रुपये की आर्थिक सहायता तथा 20 लाख से अधिक पशुपालकों को लाभान्वित करने के लिए मुख्यमंत्री कामधेनु बीमा योजना के तहत प्रति परिवार 2 दुधारू पशुओं के लिए 40-40 हजार रुपए के बीमा करवाए जाने का प्रावधान किया गया है। इस पर राज्य सरकार द्वारा 750 करोड़ रुपये का व्यय किया जाएगा। इसके अलावा निःशुल्क टीकाकरण तथा गौशालाओं-नंदीशालाओं के लिए 1100 करोड़ रुपए से अधिक का प्रावधान बजट में किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा गौवंश संरक्षण के लिए निदेशालय की स्थापना की गई थी जिसे अब विभाग का रूप दे दिया गया है। राज्य सरकार द्वारा नंदीशालाओं तथा गौशालाओं की स्थापना के लिए आर्थिक सहायता दी जा रही है। उन्होंने कहा कि चारे की बढ़ती हुई दरों को देखते हुए गौशालाओं को 6 माह के स्थान पर 9 माह तथा नंदीशालाओं को पूरे 12 महीने का अनुदान दिया जा रहा है। इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष सी. पी. जोशी ने कहा कि सरकार के कार्यों का लाभ उठाते हुए आगे बढ़ें। पूर्व शिक्षा राज्यमंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि राज्य सरकार ने हर वर्ग की समस्याओं को ध्यान में रखा है और किसी भी विषय पर राहत देने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। उन्होंने कहा कि कोरोनाकाल में राज्य सरकार ने देशभर में श्रेष्ठ कार्य किया वहीं महंगाई से राहत देने की दृष्टि से इस बजट में 19 हजार करोड़ रुपये के पैकेज का प्रावधान किया है। जल संसाधन मंत्री महेंद्रजीत सिंह मालवीया ने क्षेत्र में अकाल और अतिवृष्टि जैसी स्थितियों में मुख्यमंत्री द्वारा राहत देने की तारीफ की और सरकार का क्षेत्र पर विशेष ध्यान देने के लिए आभार जताया। पंचायतीराज मंत्री रमेश मीणा ने कहा कि मुख्यमंत्री के मन में गरीब को गणेश मानकर सेवा करने का भाव रहता है। इसलिए गरीबों के लिए कई सारी योजनाएं प्रस्तावित की हैं। जिला प्रभारी और ऊर्जा राज्यमंत्री भंवर सिंह भाटी ने कहा कि मुख्यमंत्री ने प्रत्येक वर्ग के व्यक्तियों को लाभ पहुंचाने का काम किया है। जनजाति राज्यमंत्री अर्जुन सिंह बामनिया ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व में राज्य सरकार के बजट में सबका ध्यान रखा गया है। इस दौरान कथा व्यास मानसी भारती अपर्णा दीदी का मुख्यमंत्री ने शॉल ओढाकर अभिनंदन किया। कार्यक्रम के अंत में श्रीमद्भागवत आरती की गई। कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री ने परिसर में मौजूद ग्रामीणों की परिवेदनाएं सुनी।

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