हैदराबाद। उच्चतम न्यायालय के न्यायमूर्ति जे चेलमेश्वर ने आज विधि शिक्षा व्यवस्था पर पूरी तरह फिर से विचार किए जाने की जरूरत पर जोर दिया। इस जरूरत के पीछे उन्होंने वर्तमान समय की चुनौतियों को कारण बताया। न्यायाधीश ने कहा कि लॉ के एक छात्र को भविष्य में पड़ने वाली जरूरतों के हिसाब से पाठ्यक्रम की विषय सामग्री को तैयार किया जाना चाहिए। 05यहां आईसीएफएआई लॉ स्कूल के एक संगोष्ठी में भाषण देते हुए उन्होंने कहा कि अधिवक्ताओं को पर्यावरण कानूनों और बौद्धिक संपदा अधिकारों जैसे कई अन्य उभरते हुए विषयों का संपूर्ण ज्ञान होना चाहिए।