जयपुर। पर्यटन एवं देवस्थान मंत्री विश्वेन्द्र सिंह ने कहा कि जल्द ही राजस्थान की नई पर्यटन नीति तैयार की जाएगी। इसमें नए पर्यटन स्थलों को विकसित करने पर जोर रहेगा।
सिंह ने सोमवार को धौलपुर सर्किट हाऊस में बताया कि राज्य सरकार के पर्यटन विभाग का मुख्य फोकस पूर्वी राजस्थान में पर्यटन के विकास पर रहेगा। उन्होंने बताया कि बीते सालों में धौलपुर सहित अन्य जिलों में पर्यटन स्थलों की उपेक्षा हुई है। नई पर्यटन नीति में पर्यटन क्षेत्र में नए सर्किट खोज कर उनको विकसित किया जाएगा। इसके लिए पर्यटन विभाग के अधिकारियों तथा विशेषज्ञों की मदद ली जाएंगी।
पर्यटन मंत्री ने बताया कि धौलपुर जिले में पर्यटन की विपुल सम्भावना है। प्राचीन मचकुण्ड, चम्बल के बीहड़ तथा अन्य धार्मिक स्थलों का विकास किया जाएगा। जिसमें ग्वालियर से आगरा जाने वाले पर्यटक धौलपुर में ठहर सकें। श्री सिंह ने जिले में पर्यटन की विपुल सम्भावना को देखते हुए चम्बल पर स्थिति पर्यटकों के लिए चम्बल सफारी का अवलोकन करते हुए कहा कि यह पर्यटकों के लिए काफी लुभावनी है। इसको और अधिक विकसित करने के प्रयास किये जाएंगें।
पर्यटन मंत्री ने कहा कि आरटीडीसी होटलों को पुनः शुरू करने तथा सम्पत्तियों का निस्तारण करने पर जोर दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि देवस्थान विभाग की सम्पत्तियों को अतिक्रमण से मुक्त कराया जाएगा।