पटना। बिहार कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. अशोक चौधरी के एक बयान के बाद यह साफ हो गया है कि जल्द ही पार्टी में बड़ी उलट फेर होगी। इंतजार सिर्फ पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी की स्वदेश वापसी का है। संभावना जताई जा रही है कि गुरुवार की देर रात तक राहुल विदेश दौरे से भारत लौटेंगे और बिहार कांग्रेस को लेकर अपना फैसला सार्वजनिक करेंगे। दरअसल बिहार कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. चौधरी की विदाई लगभग उसी दिन तय हो गई थी जिस दिन पार्टी आलाकमान ने बिहार के सभी विधायकों और विधान पार्षदों को दिल्ली तलब कर उनसे पार्टी में टूट पर उनका पक्ष जाना था। कांग्रेस के सूत्र बताते हैं कि राहुल गांधी से हुई मुलाकात के दौरान आधा दर्जन से अधिक विधायकों ने पार्टी को तोडऩे के लिए चल रहे प्रयासों की पुष्टि की थी। पार्टी विधायकों की बात अब और पुख्ता रूप से सामने आने लगी है।
असल में भागलपुर में बांध टूटने के मामले में जब पूरा विपक्ष बिहार सरकार और जल संसाधन मंत्री के विरोध में आवाज उठा रहे थे, वैसे समय में बिहार कांग्रेस अध्यक्ष ने उनके पक्ष में बयान देकर साफ कर दिया है कि उन्हें एहसास है कि जल्द ही उनकी विदाई तय है।डॉ. चौधरी ने अपने बयान में कहा था कि बांध टूटने के मामले में मंत्री दोषी कैसे हो सकता है। डॉ. चौधरी का बयान उनके सरकार के साथ खड़े होने की पुष्टि करता नजर आ रहा है। कांग्रेस अध्यक्ष के इस हालिया बयान के बाद यह साफ हो गया है कि उनके साथ ही कांग्रेस के कुछ अन्य बड़े नेताओं का पत्ता साफ होना तय है।सूत्रों की माने तो आलाकमान ने बिहार के लिए नए अध्यक्ष का तलाश कर ली है और राहुल गांधी दशहरा पूजा के बीच में या फिर पूजा के तत्काल बाद बिहार कांग्रेस अध्यक्ष की कुर्सी पर किसी नए व्यक्ति को बिठा देंगे।