जयपुर. आम आदमी पार्टी के राजस्थान चुनाव प्रभारी विनय मिश्रा ने कहा है कि कांग्रेस का अगला कैप्टन अमरिंदर सिंह राजस्थान से होगा और आम आदमी पार्टी का अगला भगवंत मान भी राजस्थान से ही होगा। विनय मिश्रा ने कहा सचिन पायलट आपके लिए संदेश एकदम साफ है। आखिर क्या मजबूरी है कि आपको इस तरह अपमान का घूंट पीकर रहना पड़ रहा है? हमें जब अच्छा नहीं लग रहा तो आपको कैसे लग रहा है? मिश्रा बोले मैं तो कब से कह रहा हूं कि राजस्थान में सिर्फ नाम की कांग्रेस सरकार है, बाकी सारे काम भाजपा-कांग्रेस के जॉइंट रूप से चलते हैं। जनता ठगी जा रही है। हमें राजस्थान की जनता के लिए चिंता और संकेत दोनों है, चिंता इस बात की है कि इनकी आपस की लड़ाई और खींचतान में राजस्थान दिन-प्रतिदिन बर्बाद होता जा रहा है और संकेत गणमान्य जनता के लिए ही है कि अब समय पूर्ण बदलाव का है, कुर्सी के लिए लड़ने वालों को छोड़ कर काम करने वाले को वोट दें। पायलट के उस बयान पर ट्वीट करते हुए मिश्रा ने तंज कसा, जिसमें उन्होंने मोदी के मानगढ़ मंच पर गहलोत की बड़ाई को इंट्रेस्टिंग बताते हुए इसे लाइटली नहीं लेने की बात कही और इसी तरह की तारीफ पहले गुलाम नबी आजाद की करने और बाद में उसका क्या हश्र हुआ यह भी देखने की बात कही थी। मिश्रा बोले-इनकी आपसी स्वार्थ, कुर्सी की लड़ाई ही कभी खत्म नहीं होती, तो ये प्रदेश पर क्या ध्यान देंगे? ये जनता को दिखाने के लिए खुद को अलग पार्टी कहते हैं, लेकिन अंदरखाने सब एक हैं। मिश्रा ने कहा सचिन पायलट ने अशोक गहलोत पर सवाल किया, तो एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कांग्रेस ने अशोक गहलोत जी का खूब बचाव किया। सचिन पायलट आपके लिए संदेश एकदम साफ है। आखिर क्या मजबूरी है कि आपको इस तरह अपमान का घूंट पीकर रहना पड़ रहा है? हमें जब अच्छा नहीं लग रहा तो आपको कैसे लग रहा है? मिश्रा ने गहलोत की ओर से पायलट को बयान नहीं देने की सीख पर भी निशाना साधा। जिसमें गहलोत ने कहा है कि उन्हें बयान नहीं देना चाहिए क्योंकि संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने बयानबाजी करने के लिए मना किया है।हमारा फोकस अगली बार फिर से प्रदेश में कांग्रेस सरकार बनाने का होना चाहिए। विनय मिश्रा बोले पिछले 4 साल इन्होंने आपस में लड़ने में बिता दिया। राजस्थान को पिछले 4 सालो में बेरोजगारी, महिला अपराध, दलितों पर अपराध और दंगों में नंबर-1 बना कर अब भी अगली बार सरकार बनाने के सपने देख रहे हैं। इस बार राजस्थान की जनता अपने ऊपर हुई एक-एक लापरवाही का हिसाब वोट से लेगी। आप चुनाव प्रभारी मिश्रा का निशाना कैप्टन अमरिंदर सिंह के बहाने गहलोत की ओर है। अगर राजस्थान में गहलोत-पायलट की लड़ाई और बढ़ी। कांग्रेस आलाकमान ने एक्शन लेकर सीएम पद से गहलोत को हटाया, तो राजस्थान में कांग्रेस में भी बिखराव हो सकता है। इसके संकेत गहलोत खेमे के कांग्रेस विधायक अपने इस्तीफे विधानसभा अध्यक्ष डॉ सीपी जोशी को पहले ही सौंपकर दे चुके हैं। पीएम मोदी और गहलोत की मानगढ़ में अलग से मुलाकात के बाद भविष्य के नजारे शायद आप चुनाव प्रभारी विनय मिश्रा की आखों में तैरने लगे हैं।

LEAVE A REPLY