delhi. भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने एक देशव्यापी अभियान शुरू किया, ताकि राजमार्गों का इस्तेमाल करने वालों पर प्रतिकूल असर डालने वाले मुद्दों को सुलझाया जा सके। इनमें टोलिंग संबंधी सहूलियत, इलेक्ट्रॉनिक टोलिंग/फास्टैग लेन, टोल प्लाजा पर साफ-सफाई, टोल प्लाजा पर कार्यरत लोगों का व्यवहार, मार्शलों की तैनाती, शौचालयों की सफाई, राजमार्ग नेस्ट (मिनी) का समुचित ढंग से कार्यरत रहना, राजमार्गों के किनारे सुविधाएं और राजमार्ग पर किसी आपातकालीन स्थिति आने पर एम्बुलेंस और क्रेन की उपलब्धता शामिल हैं।
एनएचएआई के चेयरमैन दीपक कुमार ने वीडियो कांफ्रेंस के जरिए राजमार्ग परिचालन इकाई के सभी क्षेत्रीय अधिकारियों में से प्रत्येक को देश भर में कम से कम दो टोल प्लाजा का मुआयना करने और इसके इस्तेमालकर्ताओं को बेहतर सुविधा सुनिश्चित करने के लिए व्यक्तिगत तौर पर वहां उपर्युक्त सुविधाओं की उपलब्धता की पड़ताल करने का निर्देश दिया। तदनुसार, राजमार्ग परिचालन प्रभाग द्वारा देश भर में एक साथ 300 से भी अधिक टोल प्लाजा पर एक व्यापक अभियान शुरू किया गया। राजमार्ग परिचालन अधिकारियों ने टोल प्लाजा का मुआयना किया और इस्तेमालकर्ताओं की सुविधाओं से जुड़े मसले सुलझाए तथा लोगों से जानकारियां (फीडबैक) लीं। दीपक कुमार ने यह भी कहा कि एनएचएआई टोल प्लाजा के लिए एक रैंकिंग प्रणाली शुरू करेगा। हर तिमाही तीन सर्वोत्तम टोल प्लाजा की पहचान की जाएगी और उनके नाम एनएचएआई की वेबसाइट पर अपलोड किए जाएंगे। उन्होंने विश्वास जताया कि टोल प्लाजा की रैंकिंग से जो प्रतिस्पर्धी माहौल बनेगा, उससे राजमार्गों के इस्तेमालकर्ताओं के लिए सुविधाएं और सहूलियत बेहतर हो जाएंगीं।