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नई दिल्ली : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज कहा कि उनकी समझ से गुजरात चुनाव में भाजपा के लिए कोई खतरा नहीं है। भाजपा को सफलता मिलेगी जिस राज्य के प्रधानमंत्री हों, वहां के लोगों की भावना को समझिए। यहां लोक संवाद कार्यक्रम के बाद मीडिया प्रतिनिधियों के गुजरात में हो रहे चुनाव को लेकर पूछे जाने पर नीतीश ने कहा कि जिस राज्य के प्रधानमंत्री हों, वहां के लोगों की भावना को समझिए। गुजरात चुनाव में भाजपा के लिए कोई खतरा नहीं है और उनकी समझ में भाजपा को सफलता मिलेगी।

कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के गुजरात चुनाव प्रचार के दौरान आक्रमक दिखने के बारे में पूछे जाने पर नीतीश ने कहा कि उन्हें वे लंबे समय से देख रहे हैं। उनकी समझ से यह कोई नई बात नहीं है। देश में सभी प्रकार के चुनाव एक साथ होने को लेकर पूछे गए एक प्रश्न पर जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश ने कहा, ‘‘मैं इससे सहमत हूं। वर्ष 1967 तक तो चुनाव एक साथ हो रहे थे। 1967 के बाद मध्यावधि चुनाव से ये स्थिति बदली है। पांच वर्ष के लिए एक साथ चुनाव हो, तो यह बहुत अच्छा रहेगा। इससे पूरे समय काम करने का मौका मिलेगा। संविधान के अतंर्गत कुछ बदलाव करना होगा। कई प्रावधान करने होंगे। इसके लिए विमर्श की आवश्यकता है। यह तुरंत संभव नहीं है, वक्त लगेगा।’’ पाटीदारों के आरक्षण के समर्थन से संबंधित प्रश्न पर मुख्यमंत्री ने कहा कि न सिर्फ पाटीदार बल्कि जाट, मराठा सभी तरह के समुदाय जो कृषि क्षेत्र से जुड़े हुए हैं, उनके आरक्षण की मांग का समर्थन करते हैं।….कृषि क्षेत्र से जुड़े हुए लोग इसकी मांग कर रहे हैं। परिस्थिति के अनुसार बदलाव हुआ है। इसका कोई राजनीतिक लेना देना नहीं है।

महिला आरक्षण पर नीतीश ने कहा कि जिस समय उनकी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव हुआ करते थे, उस समय भी राज्यसभा में महिला आरक्षण विधेयक का हमारी पार्टी ने समर्थन किया था। आज लोकसभा में ये प्रस्ताव आए तो हम लोग इसका समर्थन करेंगे। हम लोगों ने पंचायती राज संस्थाओं एवं नगर निकायों में क्रमश: वर्ष 2006 एवं 2007 में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण दिया था। इससे सभी वर्ग की महिलाओं को लाभ मिल रहा है। पिछड़ी जाति की महिलाओं को भी इसका लाभ मिल रहा है। यह नारी सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

बिहार सरकार के आउट सोर्सिंग में आरक्षण के निर्णय के बारे में पूछे गए एक प्रश्न पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इसके जरिए सरकार अपने काम के लिए लोगों को बहाल कर रही है। जिसके लिए सरकारी राजकोष से उस कंपनी को धन मुहैया कराया जाता है। स्वाभाविक है कि सरकार के धन का उपयोग करने पर आरक्षण कानून को मानना पड़ेगा। चाहे अनुबंध हो, चाहे आउटसोर्स हो, दोनों में आरक्षण को माना जाता है।

धारा 370 और समान नागिरक संहिता को लेकर पूछे गए एक प्रश्न का उत्तर देते हुए नीतीश ने कहा, ‘‘मैं अपने पुराने स्टैंड पर कायम हूं।’’ जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेशनल कान्फ्रेंस नेता फारुक अब्दुला के कश्मीर संबंधी दिए गए बयान के बारे में पूछे गए एक प्रश्न का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘सबकी अपनी-अपनी राय है। मेरा मानना है कि कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है। पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर क्षेत्र भी भारत का अभिन्न अंग है।’’ गौ-रक्षक को लेकर पूछे गए एक प्रश्न पर नीतीश ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री से मेरी इस मामले पर बात हुई है। उनकी भी सहमति है कि इसके खिलाफ न्यायसंगत सख्त कार्रवाई हो। मैंने पुलिस महानिदेशक, गृह विभाग के प्रधानसचिव को भी इस बारे में कानून अपने हाथ में लेने वाले के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।’’

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