सिरोही। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी सदस्य एवं पूर्व विधायक संयम लोढा ने कहा कि जयपुर में 7 जुलाई को अमरूदो के बाग में आयोजित प्रधानमंत्री की चुनाव पूर्व सभा के आयोजन में भाजपा सरकार का अमानवीय चेहरा पूरी तरह लोगो के सामने आ गया है। उन्होने भाजपा सरकार से सवाल किया कि कोई जनप्रतिनिधि या अधिकारी यह बताये कि उनकी पत्नि आठ महिने की गर्भवती होती तो 400 कि.मी. दूर किसी नेता का भाषण सुनने भेजते क्या? इतना ही नही एक बस में 65 सवारिया बैठाकर के लोगो की जिन्दगी से खेलने का हक उनको किसने दिया।
उन्होने आरोप लगाया कि इसका भी ध्यान नही दिया गया कि बस का चालक शराब पीये हुए है न तो उसका मेडिकल कराया गया न ही उसे मौके से पकडा गया। लोढा ने जयपुर से प्रधानमंत्री की सभा से लौट रही बस के बागसीन के पास दुर्घटनाग्रस्त होने से उन्हे घायल लोगो को दी गई सरकारी सहायता को नाकाफी बताया । उन्होने कहा कि गंभीर रूप से घायल को 50 हजार रूपये एवं सामान्य घायल को 10 हजार रूपये की आर्थिक सहायता दी जानी चाहिये। लोढा एवं कांग्रेस जिलाध्यक्ष जीवाराम आर्य घटना की जानकारी मिलने पर सवेरे अस्पताल पहुंचे और घायलो के किये जा रहे ईलाज के संबंध में जानकारी दी। लोढा ने गांव भूला के सरपंच कन्हैयालाल से भी बात की।
अस्पताल से बाहर आने पर पिण्डवाडा के उपखण्ड अधिकारी परबतसिंह चुण्डावत से उन्होने पूछा कि 8 महिने की गर्भवती महिला को ऐसी यात्रा पर किसने भेजा। इस पर चुण्डावत ने बताया कि यह अलग अलग योजना के आधार पर सूची बनी थी और गर्भवती को ले जाने के संबंध में चूक पटवारी अथवा ग्रामसेवक ने की होगी। लोढा ने उन्हे अस्पताल के भीतर साथ ले जाकर पीडित महिला की स्थिति दिखाई। कुछ घायलो को उपचार के बाद प्राइवेट बस से घर के लिए रवाना करते वक्त पहुंचे अतिरिक्त जिला कलेक्टर आशाराम डूडी से भी उन्होने कहा कि प्रशासन को किसी भी तरह के निर्देश की पालना के वक्त न्यूनतम मानवता का पालन तो करना चाहिये। सिरोही से उदयपुर रैफर किये गये मरीजो की चिकित्सा के बारे में लोढा ने उदयपुर के अतिरिक्त जिला कलेक्टर छोगाराम देवासी से जानकारी प्राप्त की और देवासी ने उन्हे बताया कि गीतांजली अस्पताल में उनकी ठीक से चिकित्सा व्यवस्था की गई है।