जयपुर। सरकार और प्रशासन कितने मजबूर हैं या निकम्मे है इस बात का अंदाजा इस बा से लगाया जा सकता है कि 22 गोदाम के नाले बहने वाले युवक का लगभग डेढ़ दिन बीत जाने पर भी पता नहीं लग पाया है। नाले पास लोगों की भीड़ जमा है। पुलिस जाब्ता भी मौजूद है लेकिन अभी तक किसी ने उस युवक आयुष को ढूंठने की पहल नहीं की है। लोगों में पुलिस के रवैये से काफी रोष है। लोगों का कहना है कि पुलिस वाले सिर्फ हाथ में लाठियां पकड़े इधर-उधर ठहल रहे हैं उल्टा हमें ही कह रहे हैं कि तुम नाले में उतर कर उस युवक को ढूंढो। अगर हम खूद ही ढूंढ लेंगे तो पुलिस का काम क्या है। एक व्यक्ति ने कहा कि पुलिस के बाद डॉग स्कवॉड है उसकी मदद ली जा सकती है। या फिर क्रेन की मदद से भी उस युवक को तलाशा जा सकता है।
लेकिन समाचार लिखे जाने तक उस युवक का पता नहीं चल पाया था। और किसी तरह की पहल उस युवक को ढूंढने के लियए ना पुलिस ने की और ना ही प्रशासन ने अभी तक की है। मामला बाईगोदाम स्थित करतारपुरा का है। जहां बरकत नगर के किसान मार्ग निवासी आयुष अग्रवाल (22) कार में सवार होकर अपने बड़े भाई को कहीं छोड़कर आया था। वापस लौटा तो तेज बरसात हो रही थी। इस दौरान वह करतारपुरा नाले की ओर आया। जहां नाले पर स्थित पुलिया से पानी पूरे वेग से बह रहा था। एक बार तो आयुष कार को रोककर पानी के उतरने का इंतजार करने लग गया। लेकिन कुछ ही क्षण बाद उसने अपनी गाड़ी को रफ्तार दे दी। इस दौरान लोगों ने उसे रोकने का प्रयास किया। लेकिन गाड़ी की रफ्तार होने से वह पुलिया पर बहते पानी के बीच आ गया। तभी पानी एकाएक उफान पर आया और उसकी कार बहकर नाले में जा गिरी। यह नजारा देख लोग हक्के-बक्के रह गए। इधर जैसे ही आयुष कार सहित नाले में गिरा तो वहां मौजूद लोगों में हड़कंप मच गया। वहीं आयुष भी जैसे-तैसे गाड़ी से निकलकर कार की छत पर आ गया
। बचाव के लिए वह तेज आवाज में चिल्लाया। इस पर लोगों ने उसके पास रस्से फैंके तो उसने रस्सा पकड़ लिया। लेकिन पानी का बहाव तेज होने से रस्सा उसके हाथ से छूट गया। जिससे वह नाले में बह गया। वहीं उसकी कार नाले में कीचड़ में जाकर फंस गई। सूचना पर जिला कलक्टर सिद्धार्थ महाजन ने एसडीआरएफ व सिविल डिफेंस की टीमों को मौके पर रवाना कर दिया। वहीं ज्योतिनगर थाना पुलिस भी मौके पर जा पहुंची और बचाव कार्य शुरू कर दिए। लेकिन देर रात तक आयुष का पता नहीं चल सका।