जयपुर। राजस्थान विधानसभा चुनाव में प्रदेश की सबसे चर्चित सीटों में से एक नोखा के चुनाव पर पूरे प्रदेश की निगाहें टिकी हुई हैं। यहां से राजस्थान विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष एवं प्रदेश के उभरते हुए किसान जननायक रामेश्वर डूडी फिर से कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में चुनाव मैदान में है। वर्ष 2013 के विधानसभा चुनाव में नोखा सीट से रामेश्वर डूडी ने 70801 वोट प्राप्त कर 30794 वोटों की शानदार जीत हासिल की थी। तब भाजपा के प्रत्याशी की जमानत जब्त हो गई थी।
उल्लेखनीय है कि विधानसभा चुनाव के बाद रामेश्वर डूडी राजस्थान विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष बने। वे पहली बार विधायक बने थे, लेकिन इससे पहले बीकानेर लोकसभा सीट से सांसद, दो बार जिला प्रमुख, एक बार नोखा से प्रधान रह चुके थे। उन्होंने वर्ष 2004 में अपना दूसरा लोकसभा चुनाव प्रसिद्ध फिल्म अभिनेता धर्मेेन्द्र के सामने लड़ा था। यह ऐतिहासिक चुनाव आज भी लोग याद करते हैं, जब किसान-पुत्र रामेश्वर डूडी ने भाजपा प्रत्याशी धर्मेन्द्र को कड़े मुकाबले के लिए मजबूर कर दिया था। रामेश्वर डूडी ने पिछले पांच साल में लगातार किसानों, युवाओं एवं प्रदेश के जनहित से जुड़े मुद्दे राजस्थान विधानसभा एवं प्रदेश की जनता के बीच उठाकर अपने को संघर्षशील किसान नेता के रूप में स्थापित किया। रामेश्वर डूडी ने जयपुर में इंदिरागांधी नहरी क्षेत्र के किसानों की समस्याओं के समाधान के लिए आईजीएनपी से जुड़े आठ जिलों के किसान प्रतिनिधियों की ’किसान चैपाल ’ बुलाने जैसे महत्वपूर्ण आयोजन किये। इसी साल उन्होंने अपने सरकारी आवास, 380 सिविल लाइन्स, जयपुर पर प्रदेशस्तरीय किसान जागरण का आयोजन कर राज्य की भाजपा सरकार को किसानों के मुद्दे पर सीधी चुनौती दी। ऐसे ही अनेक कारणों से रामेश्वर डूडी प्रदेश में उभरते हुए किसान एवं कांग्रेस नेता के रूप में स्वीकार किये गये। इसी वजह से नोखा विधानसभा क्षेत्र आज प्रदेश की सबसे चर्चित सीटों में से एक बन गई है और इसकी वजह रामेश्वर डूडी का निर्भीक, समर्पित एवं उदयमान नेतृत्व है।
इस चुनाव में रामेश्वर डूडी ने नोखा के पूर्व विधायक रेंवतराम पंवार और कन्हैयालाल झंवर को कांग्रेस में सम्मिलित कराकर यह संदेश भी दिया है कि वे सभी को साथ लेकर चलने में विश्वास रखते हैं। दलित समाज में गहरी पैठ रखने वाले वरिष्ठ राजनेता रेंवतराम पंवार के कांग्रेस में सम्मिलित होने से नोखा विधानसभा क्षेत्र में एक नये उत्साह का संचार हुआ है। वहीं नोखा से निर्दलीय विधायक रहे और पूर्ववर्ती गहलोत सरकार में संसदीय सचिव रहे कन्हैयालाल झंवर इस चुनाव में बीकानेर पूर्व से कांग्रेस प्रत्याशी हैं। झंवर का नोखा क्षेत्र में व्यापक प्रभाव है और उनके पुत्र नारायण झंवर नोखा नगरपालिका के चेयरमैन हैं।
नोखा से वर्तमान विधायक एवं कांग्रेस प्रत्याशी रामेश्वर डूडी कहते हैं कि ’ रेवंतराम जी पंवार, कन्हैयालाल जी झंवर सहित नोखा के सभी वरिष्ठ कांग्रेसजन, पंचायतराज संस्थाओं के वर्तमान एवं पूर्व जनप्रतिनिधि, किसान एवं युवा प्रतिनिधि हम सभी मिलकर नोखा में कांग्रेस की ऐतिहासिक जीत दर्ज करायेंगे। डूडी कहते हैं कि नेता प्रतिपक्ष का निर्वाचन क्षेत्र होेने की वजह से राज्य की भाजपा सरकार ने नोखा के साथ हमेशा भेदभाव किया। पांच साल तक नोखा में पेयजल, सिंचाई, बिजली, सड़क, स्वास्थ्य, ग्रामीण विकास जैसे महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर भाजपा सरकार ने संकीर्ण मानसिकता रखी। नोखा की 407 करोड़ रूपये की पेयजल परियोजना जो कि पूर्ववर्ती कांग्रेस शासन में स्वीकृत हो गई थी, भाजपा शासन में समीक्षा के नाम पर बंद कर दी गई। जिसके लिए वे पूरे चार साल तक सदन में सरकार से जूझते रहे। तब जाकर भाजपा सरकार ने उसकी आंशिक स्वीकृति दी। इसी तरह बिजली के मुद्दे पर गांव-ढाणियों के साथ भेदभाव किया गया।
रामेश्वर डूडी कहते हैंे कि 7 दिसंबर को प्रदेश की जनता राजस्थान में कांग्रेस को ऐतिहासिक जनादेश सौंपने जा रही है। कांग्रेस शासन आते ही प्रदेश में सुशासन, विकास, जनकल्याण की दिशा में पूरी संकल्पशक्ति के साथ काम शुरू होगा। किसानों, युवाओं, महिलाओं, कर्मचारी, व्यापारी, श्रमिक, गरीब सभी वर्गों के उत्थान के लिए कांग्रेस पूरी दृढ़ता से कार्य करेगी। इसी परिप्रेक्ष्य में नोखा विधानसभा क्षेत्र का विकास भी नये आयाम स्थापित करेगा। रामेश्वर डूडी अपने चुनावी जनसंपर्क में हर गांव-ढ़ाणी की चैपाल पर यह बात पूरी मजबूती से कह रहे हैं कि ’’ विकास की दृष्टि से नोखा नबंर वन बनेगा। नोखा शहर सहित सभी 56 ग्राम पंचायतों और इसकी सैंकड़ों ढ़ाणियों में विकास एवं प्रगति का नया अध्याय रचा जाएगा। ’’
रामेश्वर डूडी कहते हैं कि कांग्रेस पार्टी सभी 200 विधानसभा क्षेत्रों का समावेशी विकास का माॅडल तैयार करेगी और प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में ऐतिहासिक विकास किया जाएगा। डूडी कहते हैं कि नोखा के विधायक के रूप में उनका संकल्प और दायित्व है कि वे नोखा में सर्वश्रेष्ठ विकास कराने के लिए प्रतिबद्ध एवं समर्पित रहें। आगामी पांच साल में नोखा में विकास की नई ईबारत रचना ही उनका दृढ़ संकल्प है। वे कहते हैं कि नोखा शहर में विकास की अत्यंत संभावनाएं एवं क्षमताएं हैं, नोखा शहर का अद्वितीय विकास कराकर यहां उद्योग एवं व्यापार की दिशा में नये आयाम स्थापित किये जाएंगे। इसके साथ ही सभी ग्राम पंचायतों में विकास का नया सोपान रचा जाएगा। डूडी कहते हैं कि उनकी कथनी एवं करनी में कोई अंतर नहीं है और यह बात पूरा राजस्थान जानता है कि ’ डूडी का वचन अटल है, प्राण जाए, पर वचन ना जाए। ’
अपनी निर्भीक, बेबाक और स्पष्ट शैली के लिए विख्यात रामेश्वर डूडी आम जनता से सीधा संवाद करते हैं। वे चैपाल और नुक्कड़ पर बैठकर मतदाताओं से उनके हाल-चाल पूछते हैं। जिस सरलता व सहजता से डूडी सभी छत्तीस कौमों के लोगों से मिल रहे हैं, उससे लोगों को लगता ही नहीं है कि डूडी चुनाव प्रचार पर निकले हुए हैं। डूडी कहते हैं कि ’ ये मेरे अपने लोग हैं और इनके बीच चैबीस साल से घूम रहा हूं। इसलिए चुनाव प्रचार का तनाव मेरे ऊपर नहीं है। हर गांव-ढ़ाणी की चैपाल, चैखट मेरी जानी-पहचानी है, लोगों से मेरा सुख-दुःख का अटूट रिश्ता है। ’
पिछले एक सप्ताह में रामेश्वर डूडी नोखा कस्बे सहित अनेक गांव-ढाणियों में जनसंपर्क कर चुके हैं। रविवार को उन्होंने विश्नोई समाज के आराध्य स्थल मुकाम स्थित मुक्तिधाम में पवित्र ज्योत के दर्शन किये और मत्था टेका। रविवार को रामेश्वर डूडी ने बीकानेर शहर जिला कांग्रेस अध्यक्ष महेन्द्र गहलोत एवं अन्य कांग्रेसजनों के साथ बीकासर, नोखागांव, बुधरों की ढाणी, भामटसर, सुरपुरा, सिंजगुरू, सलूण्डिया, घट्टू, अणखीसर, मुकाम, हिमटसर, काकड़ा, सिंदियाला आदि गांवों का दौरा किया। इससे पहले शनिवार को उन्होंने नोखा कस्बे में अनेक जनसभाओं को संबोधित किया। जहां सर्व समाज ने उन्हें समर्थन देने की घोषणा करते हुए उनका अभिनंदन किया।