नयी दिल्ली: प्योंगयांग की हथियारों संबंधी महत्वकांक्षाओं के कारण बढ़ते तनाव के बाद उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया के शीर्ष अधिकारी दो साल से अधिक समय बाद आज पहली आधिकारिक वार्ता करेंगे।उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन ने नववर्ष के अपने भाषण में संकेत दिया था कि प्योंगयांग शीतकालीन खेलों के लिए दक्षिण कोरिया में अपना प्रतिनिधिमंडल भेजने का इच्छुक है जिसके बाद लंबे समय से रुकी वार्ता के पटरी पर लौटने की राह प्रशस्त हुई।
किम जोंग उन के भाषण के बाद सोल ने उच्च स्तरीय वार्ता का प्रस्ताव पेश किया था और दोनों पड़ोसी देशों के बीच पिछले दो वर्ष से बंद हॉटलाइन पिछले सप्ताह फिर से चालू की गई।यह बैठक प्रायद्वीप को विभाजित करने वाले विसैन्यीकृत क्षेत्र में स्थित संघर्ष विराम गांव पनमुनजोम में होगी। इन वार्ताओं में दक्षिण कोरिया में अगले महीने होने वाले शीतकालीन ओलंपिक में उत्तर कोरिया की भागीदारी पर मुख्य रूप से ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
यदि उत्तर कोरिया इन खेलों में भागीदारी करता है तो शीर्ष एजेंडा यह रहेगा कि दोनों देशों के खिलाड़ी सिडनी 2000, एथेंस 2004 और वर्ष 2006 में टोरिनो में हुए शीतकालीन खेलों की तरह इस बार भी उद्घाटन एवं समापन समारोहों में संयुक्त प्रवेश करेंगे या नहीं।उत्तर कोरियाई प्रतिनिधिमंडल के आकार एवं उसके सदस्यों और उनके रहने की व्यवस्था पर भी चर्चा की जाएगी। ऐसी संभावना है कि इन सदस्यों के ठहरने के लिए भुगतान सोल ही करेगा।
ऐसी संभावना है कि यह समूह ओलंपिक परिसर से करीब एक घंटे की दूरी पर स्थित सोक्चो में एक क्रूज जहाज में ठहरेगा।उत्तर कोरिया के पास शीतकालीन खेलों के लिए क्वालीफाई करने वाले खिलाड़ियों की संख्या कम है, ऐसे में विशेषज्ञों का कहना है कि वह नौ से 25 फरवरी तक होने वाले इन खेलों में बड़ी संख्या में चीयरलीडर्स भेज सकता है।