अलवर। मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने कहा कि कोई व्यक्ति अपनी समस्या लेकर आये तो अधिकारी उसे गंभीरता से सुने और मौके पर ही उसके निस्तारण का प्रयास करें। उन्होंने कहा कि यदि समस्या का हाथों-हाथ निस्तारण होगा तो फरियादी का उदास चेहरा भी खिल उठेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि अधिकारी अपना रूतबा छोडे़ं और अफसर बनकर नहीं, जनसेवक बनकर काम करें, ताकि जनता की नजर में उनका सम्मान बढ़े। राजे शुक्रवार को अलवर ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र में सर्वसमाज के साथ जनसंवाद कार्यक्रम में आमजन से रूबरू हो रही थीं। उन्होंने अपनी समस्याएं लेकर आये लोगों विशेषकर बुजुर्गों और महिलाओं की बात संवेदनशीलता के साथ सुनीं। जिन समस्याओं का हल हो सकता था उनका समाधान मौके पर ही अधिकारियों को निर्देश देकर किया।
ईस्टर्न कैनाल परियोजना से मिलेगा 13 जिलों को पानी
मुख्यमंत्री ने कहा कि अलवर जिले में पेयजल की समस्या को स्थाई रूप से दूर करने के लिए राज्य सरकार हर सम्भव प्रयास कर रही है। चम्बल नदी का पानी अलवर तक पहुंचाने के लिए सर्वे और डीपीआर तैयार करने का कार्य पूरा किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार के सहयोग से 40 हजार करोड़ रुपए की ईस्टर्न राजस्थान कैनाल परियोजना से अलवर, भरतपुर और धौलपुर सहित पूर्वी राजस्थान के 13 जिलों को पानी मिलेगा। इस परियोजना के सर्वे एवं डीपीआर का काम किया जा रहा है। जितनी जल्दी हो सके पानी लाने के प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारी प्राथमिकता पीने के पानी की कमी दूर करना है। पहले लोगों को पीने का पानी और इसके बाद इन परियोजनाओं के माध्यम से सिंचाई के लिए भी पानी उपलब्ध कराया जाएगा। अधीक्षण अभियंता को मौके पर भेजा कारोली गांव में पानी की पाइप लाइन डालने के बाद भी आधे गांव में पानी नहीं मिलने की शिकायत पर मुख्यमंत्री ने पीएचईडी के अधीक्षण अभियंता को मौके पर जाकर वस्तुस्थिति देखने एवं व्यवस्थाएं सुधारने के निर्देश दिए। राजे ने प्रमुख शासन सचिव पीएचईडी रजत मिश्र से फोन पर बात की और कारोली में पानी की समस्या का हल निकालने के निर्देश दिए।
आज ही प्रस्ताव भिजवाने के दिए निर्देश
अलवर ग्रामीण के पृथ्वीपुरा गांव में पीएचसी के लिए जमीन दान में देने और 1 करोड़ 85 लाख रुपये मंजूर होने के बाद भी भवन नहीं बनने की शिकायत पर मुख्यमंत्री ने सीएमएचओ को आज ही प्रस्ताव बनाकर भिजवाने के निर्देश दिए।
4 हजार 737 आरा मशीनों को मिली संचालन की अनुमति
राजे ने जांगिड़ समाज के लोगों से कहा कि जांगिड़ समाज की मांग थी कि उनकी आरा मशीनों के लाइसेंसों का नवीनीकरण किया जाए। राज्य सरकार ने 25 अक्टूबर को आदेश जारी कर प्रदेश के लाइसेंस शुदा 4737 आरामशीनों को अगले आदेश तक संचालन जारी रखने की अनुमति देने का निर्णय लिया है। इसके अलावा समाज की मांग पर बढ़ईगिरी का कोर्स आईटीआई में जोड़ने के निर्देश दे दिए हैं।
बिजली छीजत रोकें
मुख्यमंत्री ने कहा कि अलवर ग्रामीण क्षेत्र में बिजली की छीजत को कम करने के लिए डिस्कॉम अधिकारी ग्रामीणों के साथ संवाद स्थापित करें। विभाग और जनता के बीच बेहतर संवाद से बिजली की छीजत भी कम होगी और विभाग भी उपभोक्ताओं के लिए सर्विस डिलीवरी का स्तर बढ़ा सकेगा। उन्होंने कहा कि बिठूर (अजमेर) मॉडल अपनाकर जिस प्रकार अलवर के 34 फीडरों पर बिजली की छीजत 15 प्रतिशत तक कम की जा चुकी है, उसी प्रकार प्रयासों को आगे बढ़ाकर बिजली छीजत में कमी लायी जाए। उन्होंने अधीक्षण अभियंता को निर्देश दिए कि किसानों को बिजली आपूर्ति के लिए निर्धारित समय में बिना ट्रिपिंग के विद्युत आपूर्ति की जाए।
राशन वितरण में गड़बड़ी करने वालों के खिलाफ होगी सख्त कार्रवाई
जनसंवाद कार्यक्रम में मालाखेड़ा में अपात्र लोगों को मिल रहे राशन की शिकायत पर मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्थान के किसी भी क्षेत्र से राशन वितरण में गड़बड़ी की शिकायत मिली तो जिम्मेदार अधिकारियों को बख्शा नहीं जायेगा, चाहे वह रसद अधिकारी ही क्यों न हो। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना के तहत गरीब और पात्र लोगों को ही राषन मिले। जनसंवाद के दौरान पृथ्वीपुरा क्षेत्र में राशन वितरण में गड़बड़ी की शिकायत पर मुख्यमंत्री ने रसद अधिकारी को तीन राशन डीलरों की जांच करने के निर्देश भी दिए। मुख्यमंत्री ने जनसंवाद कार्यक्रम में शुक्रवार को कश्मीरी ब्राह्मण, ब्राह्मण, मूर्तिकार, जांगिड़ ब्राह्मण, राजपूत, गुर्जर, बंजारा, प्रजापत, धानका, मीणा, यादव, सैनी, सेन, रेबारी, ओड, मेव, धींवर, मीरासी, जाट, पंजाबी, खत्री, सिंधी, सरदार आदि समाजों के लोगों के साथ संवाद किया। इस दौरान सर्वसमाज के लोगों ने मुख्यमंत्री का मालाएं पहनाकर और स्मृति चिन्ह भेंट कर अभिनंदन किया। इस अवसर पर खान मंत्री सुरेन्द्र पाल सिंह टीटी, अलवर ग्रामीण विधायक जयराम जाटव, संभागीय आयुक्त राजेश्वर सिंह, अलवर जिला कलक्टर राजन विशाल सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि एवं अधिकारीगण उपस्थित थे।