ज्यपुर। ढाई महीने बाद राजस्थान बीजेपी अध्यक्ष पद पर राज्यसभा सांसद मदन लाल सैनी की ताजपोशी तो हो गई, लेकिन इस ताजपोशी के बाद अब तक पर्दे के पीछे राजनीतिक चालबाजी कर रहे प्रदेश के वरिष्ठ नेता और भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ओम प्रकाश माथुर का कद अचानक तेजी से बढ़ा है। केन्द्रीय कृषि मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत के नाम पर केन्द्रीय नेतृत्व और मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के बीच सहमति नहीं बन पाने पर ओमप्रकाश माथुर ने बीच का रास्ता निकाला और मदन लाल सैनी के नाम पर रजामंदी करवाई। मदन लाल सैनी ने भी प्रदेश अध्यक्ष का कार्यभार संभालने के बाद सीएम राजे के बाद ओमप्रकाश माथुर से मुलाकात की।
सैनी की नियुक्ति में माथुर का अहम रोल बताया जा रहा है। केन्द्रीय नेतृत्व ने भी ओमप्रकाश माथुर की पसंद पर सहमति दी। सैनी की नियुक्ति के बाद ओमप्रकाश माथुर मजबूती से उभरे हैं और उनके समर्थक कई नेता भी पार्टी मुख्यालय व कार्यक्रमों में सक्रिय रुप से दिखाई देने लगे हैं। माथुर के घर पर भी नेताओं व कार्यकर्ताओं का जमावड़ा उस तरह से दिखाई देने लगा है, जब वे राजस्थान भाजपा के अध्यक्ष हुआ करते थे। नए प्रदेश अध्यक्ष मदन लाल सैनी की टीम में माथुर समर्थकों को ठीकठाक जगह मिल सकती है। प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद से ओम प्रकाश माथुर राष्ट्रीय राजनीति में सक्रिय हो गए थे। वे गुजरात, उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में प्रभारी रहे और अभी राष्ट्रीय उपाध्यक्ष का दायित्व सम्भाल रहे हैं।
हालांकि, प्रदेश की राजनीति में उनका अप्रत्यक्ष रुप से दखल बना रहा। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के विकल्प के रूप में माथुर को ही देखा जाता रहा है और इस दौरान जब-जब वे राजस्थान आए, उनके यहां उनके समर्थकों के अलावा अन्य नेताओं और कार्यकर्तार्ओं की भी अच्छी भीड़ देखी जाती रही है। हाल में प्रदेश अध्यक्ष विवाद को सुलझाने में माथुर का बड़ा हाथ रहा और यह माना गया है कि मदनलाल सैनी को इस पद पर आसाीन कराने में सबसे बड़ी भूमिका उन्हीं की रही है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि प्रदेश अध्यक्ष पद को लेकर पिछले दिनों जब मुख्यमंत्री ने दो दिन दिल्ली में बिताए थे, तब मदन लाल सैनी के नाम पर माथुर ने ही राष्ष्ट्रीय नेतृत्व और मुख्यमंत्री के बीच सहमति बनाई थी। इस बात का असर मदनलाल सैनी के पदभार ग्रहण समारोह में भी नजर आया। माथुर इस मौके पर प्रदेश भाजपा मुख्यालय आए। लम्बे समय बाद उनके कई समर्थक पार्टी मुख्यालय में दिखे और खुद सैनी ने भी अपने उद्बोधन में माथुर का नाम सबसे पहले लिया। पार्टी सूत्रों का कहना है कि प्रदेश भाजपा में अब एक बार फिर माथुर समर्थकों की सक्रियता बढ़ती दिख रही है और इस बात की पूरी सम्भावना है कि मदनलाल सैनी जो जल्द ही अपनी नई टीम घोषित करेंगे, उनमें माथुर समर्थक नेताओं और कार्यकर्ताओं को अच्छी जिम्मेदारियां दी जाएं।