नयी दिल्ली। विश्व स्वास्थ्य संगठन की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में पिछले साल मलेरिया के सिर्फ आठ फीसदी मामलों का पता चला, जो विश्व के 21. 6 करोड़ नये मामलों का छह फीसदी है।विश्व स्वास्थ्य संगठन की विश्व मलेरिया रिपोर्ट 2017 में कहा गया है कि विश्व में साल 2016 में मलेरिया के कुल मामले में 80 फीसदी मामले जिन 15 देशों में पाये गये उस सूची में भारत तीसरे नंबर पर है।रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में निगरानी तंत्र कमजोर है क्योंकि इस देश में मलेरिया के महज आठ फीसदी मामलों का पता लगा ।रिपोर्ट में कहा गया है कि मलेरिया की कमजोर निगरानी प्रणाली वाले देशों में भारत और नाइजीरिया शामिल हैं।
विश्व के कुल मामलों का भारत में आठ फीसदी और नाइजीरिया में 16 फीसदी होने का पता चला।वैश्विक सूची में नाइजीरिया सबसे ऊपर है, जिसके बाद कांगो का स्थान है जबकि मोजम्बिक में मलेरिया के सिर्फ चार फीसदी मामले पाए गए। भारत में 2016 में मलेरिया से कुल 331 मौतें हुई। इस तरह दक्षिण एशिया क्षेत्र में इस रोग से होने वाली मौतों की यह सर्वाधिक संख्या है।रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में ओडिशा में मलेरिया के सबसे अधिक मामले दर्ज किए गए। साल 2016 में साल 2013 की तुलना में दोगुने मामले दर्ज किये गये। साल 2016 में विश्व में मलेरिया से 4 45,000 मौतें होने का अनुमान है जबकि 2015 में इसकी अनुमानित संख्या 446,000 थी।