जयपुर. सवाई मानसिंह अस्पताल में बनने वाले आईपीडी टावर को लेकर विरोध शुरू हो गया है। दरअसल, आईपीडी टावर के लिए महाराजा कॉलेज की 10000 वर्ग मीटर जमीन अधिग्रहण प्रस्तावित है। जिसे रोकने के लिए अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद और एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। बुधवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के छात्रों ने जहां टोंक रोड पर धरना देकर महाराजा कॉलेज की जमीन अधिग्रहण का विरोध किया। वहीं एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने महाराजा कॉलेज के बाहर धरना देकर सरकार से जमीन आवाप्ति का फैसला वापस लेने की मांग की। इस दौरान छात्रों का बढ़ता विरोध प्रदर्शन देख मौके पर पहुंची पुलिस की टीम ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद और एनएसयूआई के दो दर्जन से अधिक कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया। जिसके बाद छात्र नेताओं ने सरकार के खिलाफ उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय मंत्री होशियार मीणा ने कहा कि गहलोत सरकार तानाशाही कर रही है। शिक्षा के मंदिर की जमीन 1 इंच भी नहीं दी जाएगी। चाहे इसके लिए हमें जेल ही क्यों ना जाना पड़े। होशियार ने कहा कि आज भी हम शांतिप्रिय तरीके से विरोध कर रहे थे। लेकिन सरकार के दबाव में आकर पुलिस ने बेवजह एबीवीपी कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया है। लेकिन हम डरेंगे नहीं बल्कि पुरजोर विरोध करेंगे।
वहीं एनएसयूआई के इकाई अध्यक्ष अमरदीप परिहार ने कहा कि सरकार आईपीडी टावर के नाम पर महाराजा कॉलेज की 10000 वर्ग मीटर जमीन अवाप्ति करना चाहती है। लेकिन हम किसी भी सूरत में ऐसा नहीं होने देंगे। अमरदीप ने कहा कि महाराजा कॉलेज सिर्फ शिक्षा का मंदिर ही नहीं। बल्कि जयपुर की विरासत है। ऐसे में जब तक सरकार जमीन अधिग्रहण का आदेश वापस नहीं लेगी। हमारा आंदोलन जारी रहेगा।