वाराणासी। उत्तरप्रदेश के वाराणसी स्थित बीएचयू में रविवार को फिर बवाल हो गया है। शनिवार रात को बीएचयू परिसर में छात्राओं पर लाठीचार्ज का मामला अभी थमा भी नहीं था कि रविवार दोपहर को फिर हंगामा हो गया। बीएचयू के ब्रोचा छात्रावास के सामने एक ट्रेक्टर को आग लगा दी गई। एलडी गेस्ट हाउस चौराहे पर शांति मार्च निकाल रही छात्राओं पर प्रॉक्टोरियल बोर्ड के गार्डों ने लाठीचार्ज किया। लाठीचार्ज के बाद सियासत गरमा गई और छात्र भी आंदोलन पर उतर गए। लाठीचार्ज में आधा दर्जन छात्राएं घायल हुई।
लाठीचार्ज के बाद छात्र आंदोलन भड़क गया और पुलिसकर्मियों पर जमकर पथराव किया गया। मामला बढ़ता देखकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मामले की रिपोर्ट तलब की है। कानून व्यवस्था पर ध्यान देने को अधिकारियों को कहा है। उधर, हिंसक आंदोलन और बढ़ते छात्र आंदोलन के चलते बीएचयू कुलपति ने शाम पांच बजे तक सभी हॉस्टल खाली करने को कहा है। उधर, आंदोलनकारी छात्राओं ने कहा कि उनका शांतिपूर्ण आंदोलन चल रहा है। आंदोलन में स्वार्थी तत्व मूवमेंट को बिगड़ रहे हैं।
जो लड़के छात्राओं से छेड़छाड़ करते थे वे ही आंदोलन के अगुवा बन गए और महिला सशक्तीकरण की बातें कर रहे हैं। छात्राओं ने यह भी आरोप लगाया कि पुलिस ने लड़कों के साथ गल्र्स हॉस्टल में घुसकर छात्राओं से भी मारपीट की है। लाठीचार्ज पुरुष पुलिसकर्मी कर रहे थे। इससे काफी छात्र-छात्राएं घायल हुई।