जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि सरकार का फर्ज है वह ऎसे फैसले ले जिससे आमजन को लाभ मिले। इसी सोच के साथ हमारी सरकार ने गरीब और पिछड़े तबके के बच्चों को क्वालिटी एजुकेशन देने के लिए कदम उठाए हैं। हमारा प्रयास है कि प्रदेश का हर बच्चा शिक्षा से जुड़े और आगे बढ़े।
गहलोत शुक्रवार को जयश्री पेडीवाल ग्लोबल स्कूल के उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हमारे प्रदेश में प्रतिभाओं की कमी नहीं है। लेकिन आवश्यकता है उन्हें तराशने की। राज्य सरकार इस दिशा में लगातार कदम उठा रही है। उन्होंने मातृभाषा हिन्दी के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि यद्यपि वर्तमान परिदृश्य में अंग्रेजी का माहौल बढ़ रहा है लेकिन हिन्दी माध्यम से शिक्षित प्रतिभाएं भी किसी से कम नहीं हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले 70 साल में देश ने विकास का बड़ा सफर तय किया है। सत्तर साल पहले जिस देश में लोग बिजली के बारे में नहीं जानते थे वह देश आज विज्ञान और तकनीक के क्षेत्र में दुनिया के अग्रणी देश में खड़ा है। उन्होंने कहा कि विकास की संभावनाएं कभी खत्म नहीं होती लेकिन हमारे महान नेताओं के विजन से हुए विकास को नकारना उचित नहीं है। उन्होंने विद्यालय परिसर में पौधारोपण भी किया।
शिक्षा राज्यमंत्री श्री गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि गांव-ढाणी तक संस्कारित और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पहुंचाना सरकार की प्राथमिकता है। आधुनिक शिक्षा के लिए निजी क्षेत्र की चुनौती को स्वीकार करते हुए उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूल उनके मुकाबले में पीछे नहीं रहेंगे। हमारी सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि सरकारी स्कूल स्मार्ट स्कूल के रूप में विकसित हों।
मुख्य सचिव श्री डीबी गुप्ता ने शिक्षा के क्षेत्र में राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों एवं नवाचारों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत के नेतृत्व में बालिका शिक्षा पर विशेष जोर दिया जा रहा है। जयश्री पेडीवाल स्कूल समूह की निदेशक श्रीमती जयश्री पेडीवाल ने स्कूल की गतिविधियों की जानकारी दी।
इस अवसर पर गणमान्यजन, स्कूल के बच्चे, स्टाफ एवं अभिभावक उपस्थित थे।