मुंबई : शाहिद कपूर की हालिया फिल्म ‘पद्मावती’ भले ही विवादों में फंस गयी हो और अब भी इसकी रिलीज की बाट जोही जा रही हो लेकिन अभिनेता का कहना है कि रचनात्मक लोगों को डरना नहीं चाहिए क्योंकि कला डर से नहीं पैदा होती है। संजय लीला भंसाली की ‘पद्मावती’ की रिलीज को लेकर विवाद हो गया है क्योंकि कई संगठनों का आरोप है कि फिल्म में इतिहास को ‘‘तोड़ मरोड़ कर’’ पेश किया गया है। फिल्म का हिस्सा रहने के कारण भंसाली और दीपिका दोनों को जान से मारने की धमकी भी मिली है।
क्या भविष्य में किसी ऐतिहासिक पृष्ठभूमि वाली फिल्म का हिस्सा बनने से शाहिद डर महसूस करेंगे ? इस सवाल पर शाहिद ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘उड़ता पंजाब’ तो ऐतिहासिक पृष्ठभूमि वाली फिल्म नहीं थी लेकिन उसे लेकर भी काफी विवाद हुआ था। मुझे नहीं लगता कि डर सही शब्द है। मुझे नहीं लगता कि रचनात्मक लोगों को डरना चाहिए क्योंकि अगर आप पर दबाव बनाया गया तो आप कोई रचना नहीं कर सकते हैं। जब तक आप खुला और आजाद महसूस नहीं करेंगे तब तक आप रचना नहीं कर सकते हैं और मेरा मानना है कि कला समाज की झलक पेश करती है।’’ अभिनेता ने कहा कि वह उन सभी लोगों के शुक्रगुजार हैं जो फिल्म के समर्थन में सामने आये।