A view Amritsar Pakistan Border in Punjab, October 16 2012. Express photo by Sumit Malhotra

न्यूयॉर्क। भारत के साथ नियंत्रण रेखा पर तनाव को लेकर पाकिस्तान ने आज संयुक्त राष्ट्र से कहा कि स्थिति के पूर्ण संकट में बदलने से पहले उसे कार्रवाई करनी चाहिए। संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान की राजदूत मलीहा लोधी ने संयुक्त राष्ट्र के उप महासचिव एडमंड मुलेट से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने आरोप लगाया कि नियंत्रण रेखा पर स्थिति से अंतरराष्ट्रीय शांति एवं सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा है। संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान के स्थाई मिशन द्वारा जारी एक बयान के अनुसार संयुक्त राष्ट्र के अधिकारियों के साथ मुलाकात में लोधी ने आरोप लगाया कि नियंत्रण रेखा पर बढ़ता तनाव कश्मीर में किए जा रहे मानवाधिकार उल्लंघन से अंतरराष्ट्रीय समुदाय का ध्यान हटाने के लिए भारत द्वारा जानबूझकर किया जा रहा प्रयास है। उन्होंने कहा कि घायलों को निकालने की कोशिश कर रही एंबुलेंस पर हमला घृणित कत्य है जो मौलिक कानून एवं मानवीय अधिकारों का घोर उल्लंघन है। लोधी ने कहा कि बिगड़ती स्थिति के पूर्ण संकट में बदलने से पहले संयुक्त राष्ट्र को कार्रवाई करनी चाहिए। एक बयान में कहा गया कि संयुक्त राष्ट्र के शांति रक्षा अभियान विभाग से अलग से कहा गया कि नियंत्रण रेखा और कामकाजी सीमा पर प्रभावी निगरानी रखने के लिए संयुक्त राष्ट्र सैन्य पर्यवेक्षक समूह को गतिशील किया जाना चाहिए जिससे कि भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव कम हो सके। पाकिस्तानी सेना ने कल कहा कि नियंत्रण रेखा पर भारतीय सेना के साथ गोलीबारी में सात पाकिस्तानी मारे गए जिनमें तीन सैनिक भी शामिल हैं। पाकिस्तानी सेना की गोलीबारी में तीन भारतीय सैनिकों के शहीद होने के बाद भारत द्वारा कल बदला लेने की बात कहे जाने के एक दिन बाद यह संघर्ष हुआ। पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा पार हमले में पाकिस्तानी सैनिकों द्वारा एक भारतीय सैनिक के शव के साथ बबज़्रता किए जाने की बात को कल खारिज किया था।

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