जयपुर। राज्यपाल कलराज मिश्र ने कहा है कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय अद्भुत व्यक्तित्व के धनी थे। उन्होंने कहा कि वे प्रबुद्व विचारक, दार्शनिक और समावेशी विचारधारा के समर्थक थे।
मिश्र वाराणसी के काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के सामाजिक विज्ञान संकाय के तहत् पंडित दीनदयाल उपाध्याय पीठ द्वारा आयोजित समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। राज्यपाल ने दीप प्रज्ज्वलित कर समारोह का शुभारम्भ किया।
राज्यपाल ने कहा कि पंडित जी ने मजबूत भारत के निर्माण में महत्वूपर्ण भूमिका निभाई। वे चाहते थे कि समाज की अंतिम पंक्ति में बैठे हुए व्यक्ति तक विकास पहुँचे। दीनदयाल जी ने दशकों पहले राष्ट्रवाद को सर्वोपरि बताया था। आज पूरी दुनिया उनको मानती है। उनके विचारों को देश-विदेश हर जगह माना जा रहा है। उनके राष्ट्रवाद के विचार को लेकर देश आगे बढ़ रहा है। ऎसी भावना जनता को आपस में जोड़ती है।
राज्यपाल मिश्र ने कहा कि समाज में समानता लाने के लिए पं. दीनदयाल के एकात्म मानववाद अपनाने पर विचार किया जाना चाहिए। आज देश को ही नही विश्व को ऎसे ही चिंतन की जरूरत है।
राज्यपाल श्री कलराज मिश्र बुधवार की सांय वाराणसी से जयपुर लौट आये हैं। कलराज मिश्र से बुधवार को सांय यहां राजभवन में नवनियुक्त सचिव सुबीर कुमार ने मुलाकात की। इस मौके पर राज्यपाल के सचिव श्री देबाशीष पृष्टि भी मौजूद थे।