सीकर। मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने कहा है कि प्रदेश के वन क्षेत्रों में लम्बे समय से बसी आबादी में लोगों को राहत देने के लिए जिला कलक्टर भूमि के डायवर्जन के प्रस्ताव वन विभाग को भेजें। ताकि उस क्षेत्र में बसे लोगों की समस्या का निराकरण हो सके। मुख्यमंत्री ने यह भी निर्देश दिए हैं कि उन गैर मुमकिन पहाड़ क्षेत्रों का किस्म परिवर्तन भी किया जाए, जहां वर्षों से आबादी बसी हुई है।
मुख्यमंत्री ने जनसंवाद कार्यक्रम के दौरान कहा कि आगामी 1 मई से शुरू होने वाले न्याय आपके द्वार अभियान में प्रदेश भर में रास्तों के विवादों का निस्तारण किया जाए। इस संबंध में उन्होंने अधिकारियों को निर्देश भी दिए।
कोटपूतली से नीमकाथाना के बीच 35 किलोमीटर लम्बी सड़क को फोरलेन किया जाएगा। मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने सीकर जिले के पाटन में जनसंवाद कार्यक्रम के दौरान शुक्रवार को इसकी घोषणा की। इस सड़क के फोरलेन होने से सालासर, खाटूश्याम जी एवं जीणमाता जाने वाले दर्शनार्थियों को सुविधा होगी।
जनसंवाद कार्यक्रम में स्थानीय लोगों से चर्चा के दौरान इस सड़क पर खनिज वाहनों के भारी दबाव के कारण फोरलेन सड़क की मांग की गई थी। मुख्यमंत्री ने इसे तुरंत मंजूर करते हुए बीओटी आधार पर बनने वाली सड़क को दो लेन से चार लेन बनाने के निर्देश दिए। राजस्थान राज्य सड़क विकास निगम के द्वारा बनाई जाने वाली इस सड़क की अनुमानित लागत 120 करोड़ रूपये है।
राजे ने डेहरा जोहड़ी में नदी एवं गुरडा का बास में बने जोहड़ पर किए गए अतिक्रमण को शनिवार तक हटाने के निर्देश दिए हैं। साथ ही मावंडा खुर्द स्कूल के खेल मैदान पर से भी शीघ्र अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कितना ही प्रभावशाली व्यक्ति क्यों ना हो, अतिक्रमण हर हाल में हटने चाहिए।