जयपुर। दीपावली पर्व मां लक्ष्मी, गणेशजी और मां सरस्वती का पर्व माना जाता है। तीनों देवी-देवता की आशीष बनी रहे, इसके लिए कोई भी इनकी पूजा अर्चना और श्रद्धा में कमी नहीं रखता है। घर-परिवार में धन-धान्य के लिए मां लक्ष्मी की कृपा होनी चाहिए। ऐसी धार्मिक मान्यता है कि मां लक्ष्मी की कृपा और आशीष प्राप्त करने के लिए दीपावली पर्व पर धनतेरस पर भगवान धनवंतरी की पूजा करनी चाहिए। भगवान धनवंतरी की पूजा से मां लक्षमी विशेष प्रसन्न होती है। धनतेरस पर वैसे देखा जाए तो सामान्य परिवार में विशेष पूजा अर्चना नहीं होती है। हां यह जरुर है कि इस दिन सोने चांदी और बर्तन की खरीद भगवान धनवंतरी के नाम से ही की जाती है। सिर्फ चिकित्सा क्षेत्र के और व्यापारी वर्ग अपने प्रतिष्ठानों में पूजा करते हैं। फिर भी धनतेरस का हिन्दु समाज में बड़ा महत्व है। इस दिन को खरीदारी के लिए सबसे पूजनीय और शुभ भी माना जाता है।
दीपोत्सव की शुरुआत होती है। बाजारों में भी रौनक भी इस दिन को होती है। खरीदारों की भीड़ से दुकानें-प्रतिष्ठान भरे रहते हैं। धनतेरस पर खरीदारी और पूजा का समय होता है। उस शुभ मुहूर्त में ही पूजा अर्चना व लोग खरीदारी करते हैं। पूजा अर्चना जहां शाम से रात तक चलती है, वहीं खरीदारी का योग सुबह से ही शुरु हो जाता है, जो देर रात तक चलता रहता है। हिन्दु परिवार अपने घर के सामने आटे का दीया बनाकर जलाता है। इस दीये और भगवान धनवंतरी व भगवान यम की भी पूजा होती है।