– राज्यपाल अभिभाषण के जवाब में सीएम अशोक गहलोत ने विपक्ष के आरोपों के जवाब दिए।
जयपुर. राज्यपाल के अभिभाषण के जवाब में सीएम अशोक गहलोत ने विपक्ष पर जमकर निशाना साधते हुए आरोपों के जवाब दिए। गहलोत ने कहा बीजेपी ने चार साल निकाल दिए, लेकिन कोई मुद्दा खड़ा नहीं कर सके। अभी बीजेपी ने जन आक्रोश यात्रा निकाली उसमें न जन दिखा, न आक्रोश दिखा। गहलोत ने कहा पीएम दौसा आ रहे हैं। यह सुन रहे हैं। यह अच्छा मौका है। हम उन्हें ईआरसीपी का मुद्दा याद दिलाएं या हम सब मिलकर दिल्ली चलें। पीएम चाय पिलाएं तो ठीक, इतनी तो पीएम की याददाश्त है कि उनका किया हुआ वादा याद आ जाएगा। नहीं तो हम साथ में उनके भाषण की रिकॉर्डिंग ले जाएंगे। ईआरसीपी बहुत अहम परियोजना है। इस पर हम सबको मिलकर प्रयास करना चाहिए। गहलोत ने कहा पेपरलीक का मामला बहुत गंभीर है। पूरे देश में पेपरलीक के गैंग बन चुके हैं। गुजरात में पेपरलीक हो गया, वहां बच्च्चे सड़कों पर आ गए। हमें दलगत राजनीति से ऊपर उठकर सोचना होगा। हम सब मिलकर इसे रोकने पर चिंतन करें।
गहलोत ने कहा राजस्थान ने इतिहास बनाया है। मोदीजी को दो बातों के लिए आगे आना चाहिए। पूरे देश में सोशल सिक्योरिटी का कानून बनाना चाहिए। बुजुर्गों को पेंशन के लिए कानून बनाइए। मोदीजी ऐसे कानून बनाइए। जिंदा रहने के लिए मिनिमम तो मिले यह हमें करने की जरूरत है। यूनिवर्सल हेल्थकेयर हमारा सपना है। चिरंजीवी योजना में केवल आईपीडी में 31 लाख लाभार्थी हो चुके हैं। सीएम गहलोत ने कहा नेता प्रतिपक्ष का पूरा भाषण भावनाओं पर टिका था और झूठ का पुलिंदा था।
– केवल मोदी को इंप्रेस करने के लिए भाषण दे रहे नेता प्रतिपक्ष
नेता प्रतिपक्ष का यह कहना कि केंद्र सरकार सबको साथ लेकर चल रही है, इससे बड़ा झूठ हो नहीं सकता। हमारा तो मुद्दा ही यही है। आज देश में किस तरह का माहौल है। लोकसभा में बीजेपी से एक भी सांसद मुस्लिम नहीं है, आप किस आधार पर सबको साथ लेकर चलने की बात करते हो। चुनाव आने वाले हैं, केवल मोदी को इंप्रेस करने के लिए भाषण दे रहे थे। गहलोत ने कहा उपचुनाव में कांग्रेस लगातार जीत रही है। एक जगह बीजेपी तीसरे नंबर पर आई है, यह मत भूलिए। जनता माई बाप होती है। विधानसभा में एक बार फिर पेपर लीक के मुद्दे पर बीजेपी ने सरकार को घेरा है।
– चोर की मां को मारो
राज्यपाल के अभिभाषण पर बहस के दौरान नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि पेपर लीक बहुत गंभीर मामला है। पहले रीट परीक्षा का पेपर जयपुर में शिक्षा संकुल से बाहर कैसे आ गया? प्राइवेट लोगों को किसने लगाया? डबल लॉक की चाबी से पेपर निकल जाए तो राजस्थान का बच्चा किसको दोष देगा? कटारिया ने कहा सीनियर टीचर भर्ती का पेपर लीक हुआ। यह पेपरलीक लीक नहीं हुआ, यह बहुत बड़ा स्कैंडल है। यह तो बच्चों ने ही सूचना दे दी और उदयपुर एसपी ने कार्रवाई कर दी। रात आठ बजे नकल करने के लिए गाड़ी में बैठाया और दो बजे पेपर दिया। एसपी ने पीछा करके सभी साधनों सहित पकड़ लिया। उदयपुर एसपी को सूचना नहीं मिलती तो कितनी गाड़ियों में पेपर सॉल्व करवाए जा रहे थे? अब पेपर लीक हो गया और कार्रवाई के नाम पर खानापूर्ति से कुछ होने वाला नहीं है। आखिर पेपर निकला होगा तो एक जगह से निकला होगा। जब तक चोर की मां को नहीं मारोगे, तब तक पेपरलीक से बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ नहीं रुकेगा। एसीबी ने जिस तरह के कड़े केस दर्ज किए उससे देश में राजस्थान का मान बढ़ा है, लेकिन सरकार ने मुकदमा चलाने की मंजूरी नहीं देकर सब बेड़ागर्क कर दिया। आईएएस, आईपीएस और बड़े अफसरों के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामलों में साल 2017 से अभियोजन स्वीकृति के मामले पेंडिंग पड़े हैं।
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