जयपुर। ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज मंत्री राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सात जुलाई के लाभार्थी जन संवाद कार्यक्रम के बाद कांग्रेस के नेताओं में घबराहट है। वे अनर्गल बयानबाजी करके लाभार्थियों का अपमान कर रहे हैं। लाभार्थियों के उत्साह को देख कांग्रेस नेताओं के तोते उड़ गए हैं। राजेन्द्र राठौड़ ने पीसीसी चीफ सचिन पायलट पर आरोप लगाते हुए कहा कि भामाशाह एवं मुख्यमंत्री जनस्वावलम्बन अभियान को ढ़कोसला बताने वाले सचिन पायलट की प्रभावी योजनाओं पर टीका-टिप्पणी गलत है।
उन्होंने कांग्रेस नेताओं को चुनौती देते हुए कहा कि कांग्रेस का राजस्थान में पचास दशक तक राज रहा। वे चार हजार लाभान्वितों की संख्या बता दें, जबकि पीएम मोदी व सीएम वसुंधरा राजे के नेतृत्व में लागू सरकारी योजनाओं से चार करोड़ लोग लाभान्वित हुए हैं। कांग्रेस ने सिर्फ कागजों में ही योजनाएं चलाई। ये कभी भी धरातल पर नहीं आई। राठौड़ ने कहा कि कांग्रेस के हर सम्मेलन में जूते-चप्पल चल रहे हैं। ऐसा लगता है कि कांग्रेस में आंतरिक लोकतंत्र समाप्त हो गया है। सत्ता के लिए लालायित कांग्रेसी नेता मुख्यमंत्री की कुर्सी को लेकर आपस में बयानबाजी कर रहे हैं। कांग्रेस का मतदाता सूची पर गंभीर आरोप लगाना सरासर गलत है।
निर्वाचन आयोग संवैधानिक संस्था है और कांग्रेस ने सदैव संवैधानिक संस्थाओं का बेजा फायदा उठाकर आरोप-प्रत्यारोप लगाती रही है। राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि भाजपा ने सर्वश्रेष्ठ अध्यक्ष का चयन किया है। छोटी सी ढाणी में हल चलाने वाला व्यक्ति पार्टी का अध्यक्ष बना है। चाय बेचने वाला व्यक्ति प्रधानमंत्री बन सकता है, यह भाजपा में ही सम्भव है। कांग्रेस में पैराशूटी नेता कहीं भी किधर से शहजादे राजकुमार की सिफारिश पर अध्यक्ष बन सकता है। भाजपा में कार्यकर्ता कल्चर है और कांग्रेस में पैराशूटी।