नई दिल्ली। नोटबंदी के बाद हवाला कारोबारियों, व्यापारियों और अफसरों से मिलीभगत करके कालेधन को सफेद करने वाले बैंक और उनके अधिकारी-कर्मचारियों पर सरकार की पैनी निगाहें है। इस संबंध में लगातार शिकायतों के बाद सरकार ने एक्शन लेते हुए कई बैंकों के खिलाफ कार्रवाई भी की है। दो दर्जन से अधिक अफसर गिरफ्तार भी किए जा चुके हैं। उधर, नोटबंदी को लेकर रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की है। आरबीआई के डिप्टी गवर्नर आर. गांधी ने कहा कि बैंक नई करेंसी का रिकॉर्ड रखें। इसके साथ ही उन्होंने बैंकों को सचेत रहने को भी कहा। बैंक हेराफेरी करने वालों पर नजर रखें। गांधी ने लोगों से अनुरोध किया है कि वे नोटों को अपने पर जमा करने के बजाए उसका खुले रूप से उपयोग करें। गांधी ने कहा कि विभिन्न बैंक ब्रांचों में कुछ ट्रांजेक्शन की खबर मीडिया में आई थी, जिसमें बैंककर्मियों पर आरोप थे। गड़बडय़िां पैदा करने वालों पर हमारी नजर बनी हुई है। नोटबंदी शुरू होने के साथ ही बैंककर्मियों ने अच्छा काम किया है। केंद्रीय डेटा जांच के लिए हमने सभी बैंक प्रबंधनों को विस्तृत निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने जानकारी दी कि गड़बडय़िों के कई मामलों में बैंकों ने अपने स्टाफ के खिलाफ कार्रवाई की है। भारतीय रिजर्व बैंक ने सभी बैंकों को 8 नवंबर से 30 दिसंबर तक के बैंक के काम की सीसीटीवी रिकॉर्डिंग को संरक्षित करने की सलाह दी है। वित्?त मंत्रालय ने भी पीएसबी के सभी एमडी और सीईओ,सीएमडी, आईबीए के अध्यक्ष को एक लेटर के माध्यम से निर्देश दिया कि देश की सभी बैंक शाखाओं को पुराने और नए करेंसी नोटों में नकदी जमा को सही तरीके से प्रदर्शित करने के लिए सावधान कर दिया जाए और साथ ही ग्राहकों को इसके बारे में सूचित किया जाए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बैंकों में चल रही गड़बडय़िों को जांचने के लिए देश के बैंकों की करीब 500 शाखाओं का स्टिंग करवाया है। वित्त मंत्रालय में स्टिंग ऑपरेशन की करीब 400 सीडी पहुंच भी चुकी हैं। इन बैंकों में निजी और सरकारी दोनों बैंक की शाखाएं शामिल हैं। सूत्रों की मानें तो सीडी में बैंक अधिकारियों, पुलिस, दलाल और जालसाजों की मिलीभगत से नोट बदले जाने के सबूत भी मिले हैं। सीडी में साफ पता चल रहा है कि बैंकों में पुलिस, दलाल और प्रभावशाली लोगों की सांठ-गांठ से कैसे पुराने नोट बदले जा रहे हैं। बैंकों में हुई गड़बड़ी की जांच जारी है। करेंसी संकट में थोड़ा सुधार होने के बाद भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

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