मुंबई। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने आज कहा कि ऐसा कई बार होता है जब फिल्मकार अपनी परियोजनाओं को खबरों में रखने के लिये प्रचार के कुछ हथकंडे अपनाते हैं। उन्होंने फिल्मों को पास करने के दौरान दिशानिर्देशों के तहत काम करने के लिये सेंसर बोर्ड के प्रमुख प्रसून जोशी की तारीफ भी की। वह एक कार्यक्रम ‘वी द वीमेन’ में बोल रही थीं। उनके साथ एकता कपूर भी मौजूद थीं। इस सत्र का संचालन करन जौहर कर रहे थे। दर्शकों से सवाल-जवाब के दौरान उनसे पूछा गया, ‘‘फिल्म उद्योग को एक आसान शिकार क्यों माना जाता है और क्यों राजनीतिक कारणों से कलात्मक स्वतंत्रता की कुर्बानी दी जाती है।’’
अपने जवाब में ईरानी ने कहा, ‘‘जब चुनाव होने वाले होते हैं तो ऐसे सवाल उठते हैं। हम एक जनसंपर्क धारा का हिस्सा बन गये हैं, इसके आत्मावलोकन की आवश्यकता है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इंडस्ट्री के लोग जानते हैं कि कब पीआर से जुड़ी कवायद करनी है। मुद्दा यह है कि जब पीआर से जुड़ी चीजें करने वाले लोग यह मान लेते हैं कि हम होशियार नहीं हैं तो यह हमारी बुद्धिमता का अपमान है।’’ अभिव्यक्ति की आजादी के बारे में बात करते हुये ईरानी ने कहा, ‘‘जहां तक अभिव्यक्ति की आजादी की बात है तो मैं मौजूदा सीबीएफसी अध्यक्ष प्रसून जोशी को लेकर बेहद गौरवान्वित हूं। जो एक संवेदनशील व्यक्ति और महान लेखक हैं। वह अपने सभी काम और बातचीत में बेहद गरिमामयी हैं। जब संवेदनशील लोग पद पर रहते हैं तो एक मंत्री के तौर पर मुझे लगता है कि वह कानून के मुताबिक और इसके (दिशानिर्देशों के) तहत काम कर रहे हैं।’’