delhi. केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने आज नई दिल्ली स्थित डॉ. बी.आर. अम्बेडकर भवन में आयोजित एक समारोह में वर्ष 2018 और 2019 के लिए ‘सामुदायिक रेडियो के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार’ प्रदान किए। इस समारोह का आयोजन 7वें सामुदायिक रेडियो सम्मेलन के अंतर्गत किया गया है। उन्होंने नई सरकार के पहले 75 दिनों के महत्वपूर्ण निर्णयों पर आधारित पुस्तिका ‘जन कनेक्टः स्पष्ट नीयत, निर्णायक कदम’ जारी की। यह पुस्तिका सूचना व प्रसारण मंत्रालय के आउटरीच एवं संचार ब्यूरो द्वारा तैयार की गई है।
2018 और 2019 के लिए निम्न श्रेणियों में पुरस्कार दिए गएः विषय आधारित, सामुदायिक अनुबंध, स्थानीय संस्कृति को प्रोत्साहन, सर्वाधिक रचनात्मक/नवाचार तथा निरंतरता। प्रकाश जावड़ेकर ने सभी पुरस्कार विजेताओं को बधाई दी और देश के सभी हिस्सों में सामुदायिक रेडियो स्टेशन के प्रतिनिधियो के रूप में उनके द्वारा निभाई गई भूमिक की सराहना की। वर्तमान में सामुदायिक रेडियो स्टेशनों की संख्या 262 है। उन्होंने कहा कि सरकार का लक्ष्य इसे बढ़ाकर 500 स्टेशन करना है। इससे देश में सामुदायिक रेडियो के अभियान को मजबूती मिलेगी। उन्होंने कहा कि रेडियो संचार का सबसे शक्तिशाली और विश्वसनीय माध्यम है।
जावड़ेकर ने ‘मन की बात’ कार्यक्रम की सफलता के बारे में कहा कि यह अब ‘देश की बात’ के साथ-साथ प्रत्येक व्यक्ति के ‘दिल की बात’ बन गया है। उन्होंने सम्मेलन के प्रतिभागियों से आग्रह किया कि उन्हें अपने अनुभव साझा करने चाहिए और सामग्री तथा कार्यक्रमों की गुणवत्ता को बेहतर बनाने के लिए सुझाव देने चाहिए। उन्होंने प्रतिभागियों से अनुरोध किया कि वे अपने सुझाव के बारे में मुझे पत्र लिखें। इस अवसर पर पूरे देश के सामुदायिक रेडियो स्टेशनों पर चलने वाले सभी कार्यक्रमों की सूची भी जारी की गई।