जयपुर. पुलिस द्वारा राजपूत सभा भवन में सरकार के इषारे पर गैर-कानूनी तरीके से अंदर घुसकर सभा भवन और सभा भवन के अंदर चलने वाले एसएमएस इंस्टिटयूट की तलाषी किये जाने से एसएमएस इंस्टिटयूट में पढ़ने वाले छात्रों को भारी परेषानी का सामना करना पड़ा। जब पुलिस के बडे अधिकारी और सैकडों पुलिसकर्मी राजपूत सभा भवन और एसएमएस इंस्टिटयूट पहुंचे तो वहां पढ़ने वाले छात्रों ने पुलिस का जबरदस्त विरोध किया और मौके पर तनाव की स्थिति पैदा हो गई।

मौके पर पहुंचे कांग्रेस जिलाध्यक्ष प्रतापसिंह खाचरियावास ने पुलिस द्वारा की जा रही गैर-कानूनी कार्यवाही पर नाराजगी व्यक्त करते हुये, कमिष्नर नितिनदीप, पुलिस अधीक्षक योगेष दाधीच और अन्य पुलिस  अधिकारियों से कहा कि बेवजह सरकार के इषारे पर गैर-कानूनी कार्यवाही करने का आपको कोई अधिकार नहीं है। यदि आप किसी को भी गिरफ्तार करना चाहते हैं तो सरकार से लिस्ट लेकर आ जायें, जितने लोगों की सरकार गिरफ्तारी करना चाहती है, उन्हें एक साथ हजारों लोगांे के सामने गिरफ्तारी के लिये प्रस्तुत कर दिया जायेगा। खाचरियावास ने कहा कि पुलिस की गोली से मारे गये लालचंद की पार्थिव देह एसएमएस के मुर्दाघर में पड़ी है। पुलिस की गोली से घायल महेन्द्र सिंह और लादूसिंह सहित सैकडों लोगों का एसएमएस सहित प्रदेष के अनेक अस्पतालों में इलाज चल रहा है। इसके बावजूद सरकार जयपुर पुलिस और प्रदेष की पुलिस के जरिये लाठी, गोली के दम पर लोगों की लोकतांत्रिक आवाज को दबाने की कोषिष कर रही है जिसे किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जायेगा। खाचरियावास ने कहा कि राज्य सरकार अपनी हद में रहे, पूरे प्रदेष में वेबजह लोगों की गिरफ्तारियां की जा रही है। राज्य सरकार और पुलिस अपनी एक गलती छुपाने के लिये लगातार गलतियां किये जा रही है। यदि सरकार की हठधर्मिता जारी रही और तानाषाही बंद नहीं हुई तो सरकार को गंभीर परिणाम भुगतने पड़ेगें।

खाचरियावास जब भगवानदास रोड़ पर पहुंचे तो पुलिस ने सारे रास्ते बंद कर रखे थे। राजपूत सभा भवन और एसएमएस इंस्टिटयूट को 500 से अधिक पुलिस वालों ने घेर रखा था। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि पांच मिनट में आप यहां से पुलिस जाप्ता हटायें अन्यथा मैं यहां से मुख्यमंत्री निवास की तरफ कूच करूंगा, आप सभा भवन का घेराव कीजिये, मैं मुख्यमंत्री निवास का घेराव करूंगा, इसके बाद पुलिस ने भगवानदास रोड़ के बेरिकेटिंग हटा दिये और सभी रास्ते खोल दिये और सभी पुलिस अधिकारी फोर्स के साथ वहां से वापिस चले गये।

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