जयपुर। विश्व हिन्दू परिषद को छोडऩे के साथ ही पूर्व अध्यक्ष प्रवीण भाई तोगडिय़ा ने बड़ा बयान दिया है। तोगडिय़ा ने कहा कि विश्व हिन्दू परिषद के चुनाव में सत्य की हार हुई है। असत्य ने सत्ता के दम पर जीत हासिल की है। उन्हें विश्व हिन्दू परिषद छोडऩे के लिए यह पूरा खेल खेला गया और गलत तरीके जीत हासिल करके वीएचपी छोडऩे को मजबूर किया गया। वे भले ही विहिप छोड़ रहे हैं, लेकिन हिन्दुत्व व राममंदिर का मुद्दा नहीं छोड़ेंगे।
हिन्दूओं की लड़ाई आगे भी लड़ेंगे। तोगडिया ने कहा कि राम मंदिर का निर्माण भी सोमनाथ मंदिर की तर्ज पर संसद में कानून बनवाकर किया जा सकता है। यह कानून बनवाने के लिए वे संघर्ष करेंगे और संसद में कानून बनवा कर रहेंगे। तोगडिया ने आरोप लगाया कि सत्ता में बैठे कुछ लोग उन्हें विहिप छोडऩे के लिए मजबूर किया है। राम मंदिर मुद्दे के चलते यह पूरा खेल खेला गया। वे जल्द ही एक वीडियो क्लीप भी जारी करेंगे, जिसमें विहिप छोडऩे के लिए उन्हें मजबूर किया।
गौरतलब है कि शनिवार को 52 साल बाद हुए विश्व हिन्दू परिषद के चुनाव में हिमाचल प्रदेश के पूर्व गवर्नर और राजस्थान के साथ मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश विष्णु सदाशिव कोकजे दो तिहाई बहुमत के साथ जीते है। कोकजे ने परिषद के निवर्तमान अध्यक्ष राघव रेड्डी को 71 मतों से हराया। 192 सदस्यों ने चुनाव में भाग लिया था। कोकजे को 131 तो रेडडी को 60 मत मिले। एक वोट रद्द हो गया। रेड्डी को प्रवीण भाई तोगडिया ने समर्थन किया था। इस हार के साथ ही इन्होंने विहिप से इस्तीफा दे दिया। तोगडिया के स्थान पर आलोक कुमार को अंतरराष्टÓीय कार्यकारी अध्यक्ष बनाया है।