हैदराबाद। भाकपा महासचिव एस सुधाकर रेड्डी ने कहा है कि वाम दलों और कांग्रेस के बीच चुनाव पूर्व गठबंधन संभव नहीं हो सकता है क्योंकि कुछ राज्यों में वे मुख्य विपक्षी दल हैं, लेकिन भाजपा का मुकाबला करने के लिए एक साझा मंच बनाना जरूरी है। रेड्डी ने कहा कि कुछ राज्यों में चुनाव नहीं लड़ने की किसी तरह की सहमति बनाई जा सकती है।
उन्होंने पीटीआई से कहा, ‘‘हमें (भाकपा को) लगता है कि राष्ट्रीय स्तर पर एक चुनाव पूर्व गठबंधन संभव नहीं हो सकता क्योंकि केरल, त्रिपुरा में हम (कांग्रेस और वाम पार्टियां), एक दूसरे के मुख्य विरोधी हैं।’’ हालांकि, रेड्डी ने कहा कि कुछ अन्य संभावनाएं भी हैं। कुछ राज्यों में राज्यवार गठबंधन संभव है। भाजपा का मुकाबला करने के लिए चुनावों से पहले सभी धर्मनिरपेक्ष, लेकतांत्रिक और वाम ताकतों का एक संयुक्त मंच जरूरी है । उन्होंने कहा कि इस तरह की कोई सहमति बन जाने पर, कुछ आंदोलन और संघर्ष संयुक्त रूप से किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि कुछ राज्यों में, जहां कहीं संभव है, चुनाव नहीं लड़ने की किसी तरह की सहमति बनाई जा सकती है। रेड्डी ने कहा कि केरल के वेंगारा विधानसभा सीट पर हाल ही में हुए उपचुनाव में भाजपा का वोट प्रतिशत घटा है। उनके मुताबिक भाकपा पेट्रोलियम उत्पादों को जीएसटी के दायरे में लाने का समर्थन करती है और यह शुरू से ही ऐसी मांग कर रही है।